इसी बीच रूस की गमलेई इंस्टीट्यूट ऑफ एमिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ( Gamalei Institute of Epidemiology and Microbiology ) ने दावा किया है कि उसने कोरोना की वैक्सीन ( Coronavirus Vaccine ) बना ली है। वैक्सीन का ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल ( Human Clinical Trial ) भी सफल रहा है। सेचेनोव मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया। विवि ने कहा है कि वहीं वह अगस्त तक वैक्सीन को मरीजों को उपलब्ध भी करा देंगी। क्योंकि ह्यूमन ट्रायल में यह वैक्सीन इंसानों के लिए सेफ पाई गई है।
UK-China को पीछे छोड़ Russia ने बना ली Coronavirus की वैक्सीन, जानें कब और कैसे मिलेगी?
ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल सफल
बता दें इसे दुनिया की पहली कोरोना की वैक्सीन बताया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, रूस ( Russia Claim coronavirus us Vaccine ) की सेचेनोव मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया। 18 जून को पहले चरण में 18 वॉलंटियर्स के समूह पर इसका ट्रायल किया गया। इसके बाद 23 जून को वैक्सीन टेस्ट का दूसरा चरण शुरू हुआ, जिसमें 20 लोगों के समूह को वैक्सीनेट किया गया। रिसर्चर्स के मुताबिक, सभी स्टेज में वैक्सीन का ट्रायल सफल रहा है।
14 तक अगस्त वैक्सीन की उम्मीद
रिपोर्ट के अनुसार, रिसर्च सेंटर के हेड ने TASS से कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि 12 से 14 अगस्त के बीच वैक्सीन ‘सिविल सर्कुलेशन’ में आ जाएगी और उसके बाद इसका बड़े पैमाने पर निजी कंपनियां प्रॉडक्शन शुरू कर देंगी। बता दें कि
पहल चरण रहा सफल?
रिपोर्ट के अनुसार, इस दवा का नाम Gam-COVID-Vac Lyo है, इसका टेस्ट भी पहले ही चरण में हुआ है। इसके सेफ्टी, साइड इफेक्ट की जांच की गई है। रूस ने दावा किया है कि उनका पहला चरण सफल रहा है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस की 17 वैक्सीन पर काम हो रहा है। कब मिलेगी वैक्सीन? यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल पैरासाइटोलॉजी के डायरेक्टर अलेक्जेंडर लुकाशेव के अनुसार वैक्सीन के डेवलपमेंट का प्लान शुरू हो गया है। रेगुलेटरी अप्रूवल के बाद दवा का प्रॉडक्शन शुरू किया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो दो से तीन महीने में वैक्सीन का प्रॉडक्शन शुरू हो सकता है। हालांकि रूसी ट्रायल पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं जिसे देखते हुए इसके अप्रूवल में देरी हो सकती है।