
US House of Representatives Unanimously Pass NDAA Amendment Against Chinese Aggression Towards India
वॉशिंटगन। चीन पर अमरीका ( America China Tension ) का शिकंजा कसता ही जा रहा है। अब अमरीका ने एक बार फिर से चीन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई ( America Take Action Against China ) की है, वहीं भारत को अमरीका का साथ मिला है। दरअसल, भारत के खिलाफ चीन की आक्रमकता की आलोचना करते हुए अमरीका ने संवैधानिक संशोधन को एकमत से पास कर दिया है।
अमरीकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ( House of Representatives ) में नैशनल डिफेंस ऑथराइजेशन ऐक्ट ( National Defense Authorization Act, NDAA ) में संशोधन पास कर दिया गया है। इस संशोधन में चीन के रवैये पर चिंता जताई गई है और आरोप लगाया गया है कि बीजिंग कोरोना महामारी ( Corona Epidemic ) के बहाने भारतीय इलाके पर कब्जा करना चाहता था।
आपको बता दें कि पिछले महीने पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी ( Galwan Valley ) में हुई भारत-चीन सैनिकों ( Indian And Chinese Army ) के बीच हुए हिंसक झड़प, दक्षिण चीन सागर ( South China Sea ) में बढ़ते चीन के वर्चस्व के खिलाफ और कोरोना महामारी को लेकर अमरीका लगातार चीन पर हमलावर है।
LAC तनाव और साउथ चाइना सी पर जताई चिंता
बता दें कि सोमवार को भारतीय-अमरीकी सांसद अमी बेरा ( Indian-American MP Ami Bera ) और कांग्रेसमेन स्टी शैबट ( Congressman Ste Schabut ) ने NDAA संशोधन पेश किया।इस संशोधन में कहा गया है कि दक्षिण चीन सागर ( South China Sea ), LAC और सेंकाकू टापू ( Senkaku Island ) विवादित क्षेत्रों के आसपास चीन का विस्तारवाद और आक्रामकता चिंता का विषय है। इसके साथ ही गलवान घाटी ( Galwna Valley ) में चीन की आक्रामकता का विरोध करते हुए अपने पड़ोसियों के साथ चीन के रवैये पर चिंता जताई गई है।
इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के बहाने चीन ने भारतीय इलाके पर कब्जा जमाने की कोशिश की। इतनी ही नहीं, साउथ चाइना सी ( South China Sea ) पर भी अपना दावा ठोक दिया है। संशोधन में आगे यह भी कहा गया है कि 15 जून तक चीन ने LAC पर 5 हजार सैनिक तैनात किए और 1962 के बाद भारत की जमीन घोषित किए गए क्षेत्र पर विवाद होने के बाद उसमें कदम रखा।
स्टीव ने कहा कि भारत इंडो-पैसिफिक ( Indo-Pacific ) में एक अहम लोकतांत्रिक पार्टनर है। मैं भारत का समर्थन करता हूं और अपने द्विपक्षीय संबंध का समर्थन करता हूं। साथ ही उन क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ भी खड़ा हूं जो चीन की आक्रामकता का सामना कर रहे हैं।
Updated on:
22 Jul 2020 08:31 am
Published on:
21 Jul 2020 10:52 pm
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