
कराची। ईरान और अमरीका ( US Iran Tension ) के बीच जारी घमासान पर दुनियाभर की पैनी नजर है। हालांकि, सभी देश दोनों पक्षों से शांति और संयम बरतने की अपील कर रहे हैं लेकिन फिर भी तेजी से हो रहे घटनाक्रम में युद्ध की आहट को भी कोई इनकार नहीं कर सकता है। ऐसे में कुछ देश अमरीका के साथ दिखाई दे रहे हैं, जबकि कुछ ईरान के पक्षकार नजर आ रहे हैं। इसी बीच ईरान ने पाकिस्तान से समर्थन की उम्मीद जताई है।
विवाद में ईरान को पाकिस्तान से समर्थन की उम्मीद
ईरान ने कहा है कि वह अमरीका के साथ जारी विवाद में पाकिस्तान से समर्थन की उम्मीद कर रहा है। ईरान का बयान पाकिस्तान द्वारा एक से अधिक बार यह कहने के बाद आया है कि वह ईरान और अमरीका के विवाद में किसी का पक्ष लेने के बजाए क्षेत्र और विश्व में शांति बनाए रखने का पक्ष लेगा। ईरान के महावाणिज्य दूत अहमद मुहम्मदी ने पाकिस्तानी मीडिया से कहा कि उनका देश मौजूदा विवाद में अपने 'इस्लामी भाई पाकिस्तान' से एकजुटता की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विदेशी हस्तक्षेप सभी के खिलाफ होगा।
पाकिस्तान के लिए ईरान-अमरीका विवाद में स्थिति जटिल
मुहम्मदी ने कहा कि ईरान को पूरा अधिकार है कि वह अपने दुश्मनों से बदला ले। क्षेत्र में मौजूदा अशांति के पीछे अमेरिका का हाथ है। उन्होंने कहा कि पवित्र स्थलों पर लाल ध्वज को फहराना, भावनाओं को अभिव्यक्त करने का एक तरीका मात्र है। यह ईरान की परंपरा है। मुहम्मदी ने अमरीकी हमले में मारे गए ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक सभा में भी हिस्सा लिया। पाकिस्तान के लिए ईरान-अमरीका विवाद में स्थिति जटिल है। अमरीका को नाराज करने के बारे में वह सोच नहीं सकता, दूसरी तरफ ईरान से भी वह अपने रिश्ते को बिगाड़ नहीं सकता जिसकी सीमा उससे लगती है और जिसके पक्ष में पाकिस्तान में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं।
Published on:
09 Jan 2020 10:28 am
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