
बड़ी खबर- एक्शन मोड में बसपा सुप्रमो मायावती, पूर्व विधायक समेत दो नेताओं को पार्टी से किया निष्कासित
मुरादाबाद। 2014 आम चुनाव में हाशिये पर चली गई बसपा 2019 लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी में जुट गई है। जहां हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा ने भी अपने उम्मीदवार उतारे और तीन राज्यों में सीट भी हासिल की। जिससे उत्साहीत बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने कमर कस ली है। लेकिन उससे पहले मायवती ने पार्टी ने पार्टी में एक बार अनुसाशनात्मक कार्यवाही शुरू कर दी। दरअसल बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पूर्व बसपा विधायक इकबाल ठेकेदार और मुख्य जोन इंचार्ज मुरादाबाद मंडल जितेंद्र सागर को बसपा से निष्कासित कर दिया गया है। जिसके बाद से बीएसपी अंदरखाने में हलचल मची हुई है।
पूर्व बसपा विधायक इकबाल ठेकेदार और मुख्य जोन इंचार्ज मुरादाबाद मंडल जितेंद्र सागर को बसपा से निष्कासन को लेकर माना जा रहा है कि ये दोनों नेता सपा की पूर्व विधायक रुचि वीरा के बसपा में शामिल होने का विरोध कर रहे थे। जिसकी वजह से उन पर ये कार्रवाई की गई है। बसपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने पूर्व विधायक इकबाल ठेकेदार व जितेंद्र सागर को बसपा से निष्कासित करने की पुष्टि की है। हालाकि उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है।
वहीं खबर है कि रुचि वीरा बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसलिए उन्होंने बसपा का दामन थामने का मन बना लिया है। लेकिन इसी सीट से पूर्व विधायक इकबाल ठेकेदार चुनाव लड़ना चाहते थे। इस बारे में उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी में कोई अनुशासनहीनता नहीं की। वह बसपा के सच्चे सिपाही हैं। किसी के बसपा के शामिल होने में वह कोई रोड़ा नहीं बने। पार्टी हाईकमान का जो आदेश है उसे वह मानते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतना जरूर है कि वह भी लोकसभा का टिकट मांग रहे थे। टिकट मांगना सबका अधिकार है। वहीं जितेंद्र सागर का कहना है कि रुचि वीरा के बारे में संगठन को यह बताना कि उन पर मुकदमे चल रहे हैं पार्टी हित में था। यह काम उन्होंने किया। लेकिन उनके पार्टी में शामिल में वह कोई रुकावट नहीं बने।
Updated on:
21 Dec 2018 12:19 pm
Published on:
20 Dec 2018 02:41 pm
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