31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बड़ी खबर: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की इस ऐलान से बसपा में मची खलबली

6 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक कांग्रेस सूबे में दलितों के साथ विशेष कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है।

2 min read
Google source verification
moradabad

बड़ी खबर: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की इस ऐलान से बसपा में मची खलबली

मुरादाबाद: आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपने लिए जमीन तलाशना शुरू कर दी है। इसमें उसकी नजर उस वोट बैंक पर है जो सत्तारूढ़ भाजपा से बेहद खफा है या बदलाव के मूड में है। इसी के तहत ही 6 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक कांग्रेस सूबे में दलितों के साथ विशेष कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। जिसमें न सिर्फ उनके साथ भोजन और रात्रि प्रवास बल्कि आंबेडकर प्रतिमा तक मार्च अव संविधान बचाओ देश बचाओ जैसे कार्यक्रम भी आयोजित कर रही है। जनपद में कार्य्रक्रम की जानकारी मिलते ही कांग्रेसी सक्रीय हो गए हैं।

ये होगा कार्यक्रम

कांग्रेस नेता रिजवान कुरैशी ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने सभी जिला व् महानगर कमेटियों को ये कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इसमें गांवों में दलितों के घर जाकर खाना खाने से लेकर उनकी समस्याओं के बारे में पूछना और उनके कल्याण को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा 10 अक्टूबर को आरक्षित विधान सभाओं में संविधान से स्वाभिमान विषय पर संवाद कार्यक्रम आयोजित करना है। 14 को जिला मुख्यालय पर संविधान सम्मान का कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमें दलित अधिकारीयों कर्मचारियों को सम्मानित किया जायेगा। इसके बाद 22 अक्टूबर को संविधान बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम आयोजित होगा।

ये है मकसद

कांग्रेस के इस कार्यक्रम के पीछे प्रदेश में दलितों में पैठ बढ़ाना है। क्यूंकि अगर बसपा से गठबंधन नहीं होता है तो कांग्रेस उन्हें ये सन्देश दे सके कि पार्टी उनके हितों के साथ है। वहीँ अभी तक महागठबंधन को लेकर स्थिति साफ़ नहीं हुई है। इसलिए कांग्रेस अपने वर्करों को भी चार्ज इसी बहाने से कर रही है।

नहीं हो पाया गठबंधन

यहां बता दें कि मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में बसपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन न करके उसके खिलाफ बयान भी दिया कि कांग्रेस दलित पार्टियों की हितैषी नहीं है। जिससे कांग्रेस के सामने भाजपा से सीधे निपटने में खासा बड़ी चुनौती खड़ी हो गयी है।