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UP News: 200 करोड़ की जीएसटी चोरी का खुलासा, रिक्शा चालक को बनाया गया करोड़ों की फर्म का मालिक

UP News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल में 75 बोगस फर्मों द्वारा करीब 200 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ है। इन फर्मों ने 1200 करोड़ का फर्जी टर्नओवर दिखाया।

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GST theft of Rs 200 crores exposed in up

UP News: 200 करोड़ की जीएसटी चोरी का खुलासा | Image Source - Social Media

GST theft of Rs 200 crores exposed in up: यूपी के मुरादाबाद मंडल की 75 बोगस फर्मों द्वारा लगभग 200 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का बड़ा मामला उजागर हुआ है। इन फर्मों ने मिलकर 1200 करोड़ रुपये का फर्जी टर्नओवर दिखाया। इस घोटाले में ठाकुरद्वारा, रामपुर और उत्तराखंड के काशीपुर-जसपुर के लकड़ी कारोबारियों की संलिप्तता पाई गई है।

जांच में पांच नई फर्जी फर्मों से 10 करोड़ की चोरी उजागर

राज्य कर विभाग के अधिकारी जब जांच के लिए ठाकुरद्वारा पहुंचे तो पांच नई फर्जी फर्मों का पता चला, जिनके जरिए 10 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की गई थी। मंगलवार को अपर आयुक्त ग्रेड-1 अशोक कुमार सिंह और ग्रेड-2 आरए सेठ जांच में शामिल रहे।

एक ही मोबाइल नंबर से कई फर्मों का पंजीकरण

जांच में यह सामने आया कि सभी फर्जी फर्मों का पंजीकरण एक ही मोबाइल नंबर से सीजीएसटी पोर्टल पर किया गया था। इनमें ठाकुरद्वारा की एसके एंटरप्राइजेज (मालिक मोहम्मद यामीन), जिंदल इंटरप्राइजेज (सैफ अली), एचएन ट्रेडर्स (कमर अली), लेंबा ट्रेडर्स (नफीस अहमद), और एजेड ट्रेडर्स (अजीम उर रहमान) शामिल हैं।

फर्मों के पते फर्जी, मौके पर नहीं मिले अस्तित्व के सबूत

राज्य कर विभाग की टीम ने बुध बाजार, पीएनबी रोड, मुख्य बाजार और नूरी मार्केट में फर्मों के पते की तलाश की लेकिन किसी का सटीक पता नहीं मिला। इससे साफ है कि ये फर्में सिर्फ कागजों पर बनाई गई थीं।

5 करोड़ के टर्नओवर का खुलासा

राज्य कर टीम ने फर्मों के मालिक के रूप में दर्ज व्यक्ति यामीन को तिकोनिया स्टैंड से पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि वह लकड़ी का कोई कारोबार नहीं करता। जबकि उसके नाम पर करीब 5 करोड़ का फर्जी टर्नओवर दिखाया गया है।

रिक्शा चालक को बनाया फर्म का मालिक, 10 करोड़ का कारोबार

जांच के दौरान एक और चौंकाने वाली बात सामने आई। एक रिक्शा चालक ने बताया कि उसे जन सुविधा केंद्र ले जाकर लालच देकर दस्तावेज लिए गए थे। बाद में पता चला कि उसे एक फर्म का मालिक दिखाकर उसके नाम से 10 करोड़ रुपये की फर्जी खरीद-फरोख्त की गई।

99% फर्जी फर्में सीजीएसटी से पंजीकृत

अपर आयुक्त आरए सेठ ने बताया कि 99% बोगस फर्में सीजीएसटी पोर्टल पर पंजीकृत की गई थीं। उन्होंने सुझाव दिया कि सीजीएसटी में स्थानीय अधिकारियों द्वारा ही पंजीकरण किया जाए ताकि फर्जी फर्मों की रोकथाम की जा सके।

दो माह में पकड़े गए 350 ट्रक, 4.5 करोड़ की वसूली

जीएसटी चोरी के इस अभियान के तहत अब तक बिना कागजात के 350 ट्रक पकड़े जा चुके हैं। रोजाना 2 से 3 ट्रक मोबाइल दस्तों द्वारा पकड़े जा रहे हैं। पिछले दो महीनों में 4.5 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। इस घोटाले में शामिल लोग ट्रकों की जीपीएस लोकेशन लॉक कर देते हैं जिससे उन्हें पकड़ना मुश्किल होता है। अब ट्रक ऑपरेटरों पर भी केस दर्ज किए जाएंगे।

अब तक 50 फर्जी फर्मों का पंजीयन रद्द

बोगस फर्मों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता मिली है। अब तक 75 में से 50 फर्मों का पंजीकरण रद्द किया जा चुका है और बाकी की जांच जारी है।

“इस फर्जीवाड़े में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जांच के बाद पूरे नेटवर्क को खत्म किया जाएगा।” - आरए सेठ, अपर आयुक्त ग्रेड-2, मुरादाबाद मंडल


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