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कैसे गुजरेंगे कांवड़िये? यूपी के इस इलाके में रोड के हालात बेहद खराब, कहीं कीचड़ तो कहीं घुटनों तक भरा पानी

Moradabad News: 22 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है और सावन का पहला दिन भी सोमवार है। जिससे 15 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। बरसात की वजह से सड़कों का हाल बद से बदतर है।

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How will Kanwariyas pass in Moradabad UP

Kanwar Yatra 2024

Kanwar Yatra 2024: मुरादाबाद के कांठ रोड को शहर की लाइफ कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इससे उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा राज्य के वाहन गुजरते हैं और दिल्ली रोड जाने को सोनकपुर फ्लाई ओवर के लिए भी यहीं से वैकल्पिक रास्ता है। जनपद मुरादाबाद के सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को घर जाने के लिए इसी रोड से आना-जाना पड़ता है।

कांवड़ियों के वाहनों के लिए होगी मुसीबत

हालात यह है कि आम जन जलभराव, गड्ढों के बीच कई स्थानों पर दलदल जैसे हालात के बीच से जान हथेली पर रखकर चलने को मजबूर है। 22 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है और सावन का पहला दिन भी सोमवार है। जिससे 15 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। जिससे अब नई मुसीबत कांवड़ियों के सामने आने वाली है। गहरी सीवर लाइन खोदाई के बाद अभी तक यह सड़क नहीं बनने से कांवड़ियों के वाहनों के लिए मुसीबत बनेंगे।

इसी रोड पर अकबर किला व मधुबनी पार्क के सामने दो जगह पीडब्ल्यूडी पुलिया बना रहा है। सीवर लाइन की खोदाई और निर्माणाधीन पुलिया ही मुसीबत की जड़ बनी हैं। अगर विभाग सक्रियता दिखाता और कामों की तेज रफ्तार होती तो मानसून से पहले सभी काम पूरे हो गए होते। जिससे रोजाना जलभराव, दलदल, जाम और पलटते वाहन।

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इस बदहाली में कांवड़ियों का गुजरना जान जोखिम में डालना है। डिवाइडर के एक ओर कांवड़ लेने वाले वाहनों की लंबी कतार रहती है तो डिवाइडर के दूसरी ओर कांवड़ लेकर आते हैं। कावंड़ियों की कितनी फ्रिक है। यह मौके की स्थिति देख लीजिए। शनिवार को कई वाहन कांठ रोड पर दलदल में फंस गए।

बरेली, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बिलासपुर, रामपुर, चंदौसी, संभल व मुरादाबाद के कांवड़िए कांठ रोड से ही गुजरते हैं। अंदाजा लगाइए कि मुरादाबाद के लोग तो मुसीबत में जान डालकर जैसे-तैसे गड्ढों से गुजर रहे हैं। लेकिन, जो बाहर के कांवड़िए आएंगे उन्हें तो पता भी नहीं कि जलभराव में कहां गड्ढा है और सीवर लाइन की वजह से दलदल है।


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