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गाय के दूध से करें रोजा इफ्तार,मुस्लिम मंच के नेता ने गिनाये फायदे

-रोजा खोलने के लिए खजूर का विशेष महत्व है। -गाय के दूध से रोजा खोलने की सलाह दी है

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moradabad

गाय के दूध से करें रोजा इफ्तार,मुस्लिम मंच के नेता ने गिनाये फायदे

मुरादाबाद: रमजान का पाक महिना चल रहा है, इस्लाम में इसे बेहद तव्वजो दी जाती है। इसमें मुस्लिम समुदाय के मानने वाले रोजा तीस दिन रोजा रखकर अल्लाह की इबादत कर अपने गुनाहों से माफ़ी मांगने के साथ मुल्क और समाज की तरक्की के लिए दुआ करते हैं। वहीँ रोजा खोलने के लिए खजूर का विशेष महत्व है। इसी के साथ ही अब राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संगठन मंत्री ने मुस्लिमों को गाय के दूध से रोजा खोलने की सलाह दी है। उनके मुताबिक ये सेहत के लिए काफी अच्छा है और इसके कई फायदे हैं।

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यहां था कार्यक्रम
ठाकुरद्वारा में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संगठन मंत्री तुषार कांत ने कहा कि रोजेदारों को गाय के दूध से तार करना अफजल होगा, क्योंकि अल्लाह के नबी ने गाय के दूध में शिफा फरमाई है। तुषार कांत ने हदीस के हवाले से गाय के दूध और घी के मक्खन के फायदे गिनाए। कहा की हदीस में पैग़ंबरे इस्लाम ने गाय के दूध में बीमारियों से शिफा घी और मक्खन के इस्तेमाल को इंसानों के लिए मुफीद बताए हैं। लिहाजा रोजेदारों को पाक माह रमजान में खजूर के साथ गाय के दूध का खूब इस्तेमाल करना चाहिए।

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ये बताये फायदे
रोजेदार खजूर के साथ गाय के दूध से करें और शहरी में गाय का घी मक्खन इस्तेमाल करें तो सेहत के लिए मुफीद होगा। बीमारियां कम होगी और सेहतमंद समाज का निर्माण होगा। उन्होंने रमजान में रोजेदारों से जहन और जहान को साफ बनाने के लिए घर आंगन से लेकर खेत खलियान में फल एवं छायादार वृक्ष लगाने की अपील की, कि तो पाकिजगो को निश्म यानि आधा ईमान बता कर घर गली मोहल्ले को साफ रखने में सहयोग करें। उन्होंने कहा की जकात से गरीब बेसहारा और लाचार लोगों की रोजगार के रूप में देकर मदद करें, ताकि भविष्य में दूसरों को मोहताज नहीं रहे और मुस्लिम समाज और मुल्क तरक्की की राह पर चलें।