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बड़ी खबर: आजम खान और उनके विधायक बेटे सपा से कर सकते हैं किनारा, बुलावे पर भी नहीं पहुंचे अखिलेश के यहां

locationमुरादाबादPublished: Mar 21, 2018 08:55:05 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि आजम खान का समाजवादी पार्टी से अब मोह भंग हो चुका हैं

Azam and abdullah
रामपुर। उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आजम खान और उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई बैठक में नहीं पहुंचे। जबकि इस बैठक की सूचना देकर सभी विधायकों को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया था। इससे आजम खान को लेकर सियासी कयास भी लगाए जाने लगे हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आजम खान सपा द्वारा बसपा को राज्यसभा चुवाव में समर्थने देने के ऐलान से नाराज हैं।
दरअसल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा प्रत्याशी के बाद बचे हुए विधायकों के वोट बसपा को देने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव सपा विधायकों के समर्थन का आश्वासन मिलने के बाद ही बसपा सुप्रीमो मायावती फूलपुर और गोरखपुर सीट पर सपा प्रत्याशियों के समर्थन का ऐलान किया था। जब इस मामले पर आजम खान से कई बार बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई रिस्पांस नहीं दिया।
फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में सपा नेता आजम खान बसपा पर तीखे वार करते हुए भी दिख रहे हैं। जिसमें वे बसपा को छोड़ककर भाजपा को वोट देने की बात कर रहे हैं। दरअसल 10 राज्यसभा सीटों के चुनाव की घड़ी नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
सभी पार्टियां अपने-अपने विधायकों को बैठक कर एकजुट करने में लगी हैं। इसी तरह समाजवादी पार्टी की ओर से बुधवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा एक बैठक बुलाई गई। लेकिन अफवाहों का बाजार उस समय गर्म हो गया जब सपा के टिकट पर चुनाव जीते उनके ही 7 विधायक आज इस बैठक में नहीं पहुंचे।
इसका कारण अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच चल रही अदावत को भी माना जा रहा है। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि चाचा-भतीजे के बीच जारी घमासान में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपना नेता मानने वाले और अब तक उनके साथ रहे साप के राष्ट्रीय महासचिव व वरिष्ठ नेता आजम खान अपने विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम सहित नदारद रहे। बुधवार को लखनऊ में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक से दोनों विधायक पिता-पुत्रों (आजम व अब्दुल्ला) का गायब रहना बड़े सवाल खड़े करने के साथ ही कई आशंकाओं को भी जन्म दे रहा है।
आपको बता दें कि सपा ने इस चुनाव में फिल्म अभिनेत्री जया बच्चने को अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा सपा के विधायकों की संख्या 47 है। इस आधार पर 37 वोटों के साथ जया बच्चन का तो राज्यसभा जाना तय है। इसके अलावा सपा अपने बचे हुए 10 विधायकों के वोट बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर को देने का ऐलान कर चुकी है।
लेकिन नरेश अग्रवाल के भाजपा में शामिल होने से सपा के टिकट पर जीते उनके विधायक बेटे नितिन अग्रवाल का वोट भाजपा को ही मिलेगा। अब सपा को बचे हुए अपने 9 विधायकों के वोट बसपा प्रत्याशी को दिलाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। साथ ही कांग्रेस के सात तथा रालोद के एक विधायक के समर्थन से बसपा का राज्यसभा प्रत्याशी जीत हासिल कर सकता है। ऐसे में सपा के एक भी विधायक ने क्रॉस वोटिंग की तो मायावती की जीत मुश्किल में पड़ जाएगी।
बुधवार को रामपुर में ही मौजूद रहे आजम व उनके बेटे
एक तरफ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ में अपने विधायकों की बैठक ले रहे थे तो दूसरी ओर आजम खान और उनके बेटे व स्वार टांडा विधानसभा सीट से सपा विधायक अब्दुल्ला आजम अपने शहर रामपुर में ही मौजूद हैं।

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