यह भी देखें-एक्सप्रेस-वे पर कुछ मिनटों में हुए बड़े हादसे, बाल बाल बची जान- देखें वीडियो उसी बयान का जवाब लेने के लिए हमने कई बार सपा नेता आज़म खान से कांटेक्ट कर उनसे जाना तो उन्होंने जयाप्रदा के बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रया देने से साफ-साफ मना कर दिया। लेकिन अचानक पूछे जाने पर आज़म खान जयाप्रदा को बोल गए जिसकी उम्मीद ना खुद आज़म खान को होगी और ना ही जयाप्रदा को। आज़म खान ने जया प्रदा का नाम बगैर लिए सवाल को सुनकर यह कह दिया कि मैने शिक्षा के छेत्र में
काम करना शुरू कर दिया है लोगों को चाहिए कि मेरी मदद करें।
जयाप्रदा को पहली बार सपा नेता अपने नेताजी मुलायम सिंह अमर सिंह और जया बच्चन के साथ रामपुर लाए और उनका खैरमकदम कर जोरदार इस्तकबाल किया। उसके बाद रामपुर की जनता ने उन्हें सांसद बनाकर वो
प्यार मुहब्बत दी जिसको न जयाप्रदा भुला सकती हैं और न ही यहां की जनता। लेकिन जयाप्रदा को रामपुर लाने वाले सपा नेता आज़म खान ऐसे भूले कि समझो उन्होंने दूध में पड़ी मक्खी को निकालकर बाहर फेंक दिया हो और दूध को भी उड़ेल दिया हो।
दरअसल सपा नेता आज़म खान पर रामपुर की पूर्व सांसद जयाप्रदा ने बेहद गंभीर आरोप लगाए, इन्हीं आरोपों को लेकर जया के बेहद करीबी माने जाने वाले अमर सिंह आज़म खान और जयाप्रदा के विवाद में ऐसे पड़े कि आजम और अमर सालों तक एक-दूसरे पर भद्दे और गंदे कमेंट करने लगे।
इन्हीं सब बातों को लेकर जब
मुलायम सिंह यादव पर अमर प्रेम चढ़ा तो आजम खान को पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित होना पड़ा। लेकिन आजम खान ने हार नहीं मानी। वह अपने घोर प्रतिद्वंदी अमर सिंह पर वार करते-करते अपने पार्टी मुखिया और मुलायम परिवार पर बेहद आपत्तिजनक बयान देकर अपना दुखड़ा रोते रहे। इसी दुखड़े को लेकर एक दिन जया और अमर को भी सपा से अलविदा कहना पड़ा।
जया ने के प्रति सपा नेता आजम खान को अपने जिले के लोगों की मोहब्बत को तब जग जाहिर कर दिया। जब सपा नेता आजम खान ने जया प्रदा को हराने के लिए हर सम्भव प्रयास ही नहीं किये बल्कि उन्हें हराने के लिए उन पर हमले भी कराये। उनके गंदे फोटो दीवारों पर लगवाकर जयाप्रदा की छवि को धूमिल करने की कोशिश की लेकिन रामपुर ज़िले की जनता ने आज़म को नकारते हुए जया प्रदा को जीत दिलाई। जया भी जानती हैं कि यहां की जनता मुझे कितना पसंद करती है।
देर से ही सही जयाप्रदा का नाम सामने आते ही जहां सपा नेता आग बबूला होकर उनके प्रति बेहद घटिया और गन्दा बयान देते थे। आजम खान जया के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते। इससे लगता है कि अब आजम खान जयाप्रदा को लेकर बदल गए हैं। बहरहाल क्या सही है और क्या गलत यह तो आजम जाने लेकिन जनता भी अब जानना चाहती है। जयाप्रदा के दिये गए बयान का जबाब देखना दिलचस्प होगा कि क्या आजम खां जयाप्रदा के सवाल का जवाब देंगे।