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बदनाम किया जा रहा चंबल को, महिलाओं के लिए अच्छा माहौल हैं यहां

अन्य प्रदेशों से खेलने आई महिला खिलाड़ी बोली: अब चंबल में लडिकय़ां ही नहीं हर कोई है पूरी तरह महफूज, टीएसएस इंटरनेशनल स्कूल में हुई प्रतियोगिता

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मुरैना. चंबल अंचल को डकैतों के नाम पर बदनाम किया जा हा है जबकि यहां लड़कियां व महिलाओं ही नहीं हर आदमी पूरी तरह महफूज है। यह कहना हैं राजस्थान सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों से आई खिलाडिय़ों का। मुरैना में हुई हैंडबॉल प्रतियोगिता में राजस्थान के अलावा गुजरात और म प्र के स्कूलों की खिलाड़ी शामिल हुए। यह प्रतियोगिता शहर के टीएसएस इंटरनेशनल स्कूल में संपन्न हुई। यहां महिला खिलाडिय़ों से हुई बातचीत में कई बातें सामने आईं।

दादी कहती थीं चंबल में डकैत हैं परंतु यहां के लोग बहुत अच्छे हैं

जयपुर राजस्थान से हैंडबॉल खेलने मुरैना आई खिलाड़ी अक्षरा का कहना हैं कि जब मैं छोटी थी तब मेरी दादी सुनाती थी कि चंबल में डकैत रहते हैं, वहां ट्रेंन में महिला को लूट लेते थे लेकिन यहां आने पर पता चला कि मुरैना के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां का माहौल पूरी तरह सिक्योर है। यहां लड़कियों को लडक़ों के बरावर का दर्जा है।

चंबल अब पर्यटन के लिहाज से भी अच्छा

राजस्थान जयपुर से आई खिलाड़ी राधिका का कहना हैं कि चंबल के बोर में हमने बचपन में सुना था कि वहां डकैत समस्या है, लोगों को रास्ते में लूट लेते हैं, बांधकर ले जाते हैं लेकिन यहां तीन रहने के बाद पता चला कि चंबल अब पूरी तरह महफूज है और पर्यटन के लिहाज से भी काफी अच्छा है।

यहां बेटा और बेटों में कोई फर्क नहीं हैं

झुझनू राजस्थान से आई खिलाड़ी इशिका का कहना हैं कि हमने सुना था कि चंबल में बेटियों को घर से नहीं निकलने देते हैं लेकिन यहां आने के बाद पता चला कि यहां बेटी और बेटों में कोई फर्क नहीं हैं, जिस तरह बेटों को पढ़ाने के साथ साथ अन्य गतिविधियों में शामिल किया जाता है, बरावर से बेटियों को भी हर क्षेत्र में बढ़ावा दिया जा रहा है।