
मुरैना. शासन व प्रशासन जल जीवन मिशन योजना के तहत सुदूर बसे गांवों में पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ होने का दावा तो करता है लेकिन वहां की हकीकत से अफसर कोसों दूर है। यही कारण हैं कि कैलारस जनपद पंचायत की ठाटीपुरा ग्राम पंचायत में अनुबंध से अधिक राशि खर्च करके 100 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है लेकिन हकीकत यह है चार साल बाद भी ग्रामीण पानी को परेशान हैं।
पीएचई विभाग द्वारा 5000 की आबादी वाली ग्राम पंचायत ठाटी पुरा में 26 दिसंबर 2020 को मैं. प्रजाबंधु को नल जल योजना का कार्य करने का अनुबंध किया था। अनुबंध में 1 करोड़ 36 लाख 64 हजार में कार्य पूरा करने का तय हुआ था, योजना के नाम पर टंकी बनी है, कुछ हिस्से में पाइप भी बिछाए गए लेकिन पानी की सप्लाई आज तक नहीं हो सकी। इस योजना पर अनुबंध से अधिक राशि 1 करोड़ 71 लाख 87 हजार रुपए खर्च किए जा चुके हैं। यह राशि ठेकेदार को मिली या अधिकारियों ने बंदरवांट कर लिया, जांच का विषय है। ग्रामीणों के अनुसार गांव में पाइप लाइन तो बिछाई गई लेकिन बाद में करीब ढाई हजार मीटर तक की पाइप लाइन चोरी हो गई। ग्रामीण व सरपंच का कहना हैं कि ठेकेदार स्वयं पाइप खींचकर ले गया और ठेकेदार का कहना हैं कि पाइप चोरी हो गए लेकिन रिपोर्ट आज तक नहीं लिखाई गई है। वर्तमान में स्थिति यह है कि ठाटीपुरा पंचायत की आबादी पांच हजार है लेकिन पंचायत के मूल गांव में एक हजार के करीब आबादी है लेकिन एक भी जलस्रोत नहीं हैं दो हैडपंप पानी दे रहे हैं, वह भी रुक रुककर। ग्रामीण खेतों पर स्थित ट्यूवबैल के कुओं से पीने का पानी लाने को मजबूर हैं। ठेकेदार प्रजाबंधु को कई बार मोबाइल पर संपर्क किया, लेकिन उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
Published on:
06 Feb 2025 11:54 am
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