उसके बाद बिजली कंपनी में फोन किया। वहां से बिजली लाइन काटी गई लोगों ने छत पर पहुंच कर देखा तब तक छोटे भाई सुनील की पत्नी मनीषा (35) व उसका बेटा कान्हा (12) पूरी तरह झुलस चुके थे। उनके शवों को पीएम हाउस ले जाया गया।
वहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिए। उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। सिटी कोतवाली पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है।
युवक की समझदारी काम आई
मृतका मनीषा के जेठ मनोज गोस्वामी ने बताया कि हमारा संयुक्त परिवार है। हम दो भाई हैं और एक ही मकान में रहते हैं। बारिश के दौरान छोटे भाई सुनील की पत्नी मनीषा बंद पाइप को खोलने के लिए सरिया डाल रही थी। वही सरिया छत के ऊपर से निकली 11 केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया और करंट आ गया। करंट की चपेट में मनीषा व कान्हा आए। उधर पूरे मकान में करंट प्रवाहित हो गया। उसी समय मनोज ने अपने पिता, पत्नी, दोनों बच्चे और छोटे भाई के बड़े बेटे जो घर में ही थे, सबको तुरंत मकान से बाहर निकाल दिया। जिससे उनकी जान बच गई। अगर घटना के समय मनोज घर पर नहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
हाईटेंशन लाइन से यहां भी हो चुके हैं हादसे
हाइटेंशन लाइन से केशव कॉलोनी बीएन गार्डन के आसपास व पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एवं गणेश पुरा में भी कई बार हादसा हो चुका है। गार्डन के पास तो करीब आधा दर्जन लोगों की अलग अलग घटनाक्रम में जान जा चुकी है। वहीं गणेशपुरा में अंतोबाई रोड पर हाइटेंशन करंट से एक बालक की मौत हो चुकी है। उसको लेकर बड़ा आंदोलन भी हुआ था। उसके बाद भी यहां पर एक बार और करंट आ चुका है। जिससे कई मकान के रहवासियों का जीवन संकट में पड़ गया था।
इन क्षेत्रों से भी निकली है हाईटेंशन लाइन
गोपालपुरा, आमपुरा, न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, सिद्ध नगर, लक्ष्मी कॉलोनी, जौरा खुर्द, विवेकानंद कॉलोनी, शिकारपुर, फाटक बाहर मवासी पुरा, जैन बगीची, सुभाष नगर, उत्तमपुरा, रामनगर सहित अन्य कई क्षेत्रों से हाइटेंशन लाइन मकानों के ऊपर से निकली हैं, जिससे हर समय हादसे का डर बना रहता है।