
थाना प्रभारी बदलते ही कैंथरी चंबल घाट से अवैध रेत उत्खनन शुरू, वीडियो वायरल
मुरैना. सरायछौला थाना प्रभारी बदलते ही पिछले एक साल से बंद कैंथरी चंबल नदी के घाट पर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन बड़े स्तर पर शुरू हो चुका है। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस खदान का संचालन एक जिला बदर आरोपी और एक पांच हजार का इनामी रह चुके आरोपी द्वारा संचालन किया जा रहा है। बिडंवना इस बात की है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुरैना आने से पूर्व फरवरी में मुख्य सचिव वीरा राणा ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग में कमिश्नर सहित संभाग के कलेक्टरों को सख्त निर्देश दिए थे कि रेत का अवैध उत्खनन पूरी तरह बंद होना चाहिए लेकिन बंद होना तो दूर और युद्ध स्तर शुरू हो चुका है।
सरायछौला थाना क्षेत्र में एक साल पूर्व चंबल राजघाट, बरबासिन और कैंथरी घाट पर रेत का अवैध उत्खनन बंद कराया गया था। सरायछौला में पहले उप निरीक्षक अविनाश राठौर और फिर निरीक्षक दर्शनलाल शुक्ला थाना प्रभारी रहे। इनके रहते कैंथरी घाट पर अवैध उत्खनन शुरू नहीं हो सका। लेकिन निरीक्षक भूमिका दुबे के थाना प्रभारी बनते ही कैंथरी घाट पर अवैध उत्खनन बड़े स्तर पर शुरू हो चुका है। इस खदान का संचालन जिला बदर आरोपी और एक अन्य पांच हजार का इनामी रहा जिसे निरीक्षक दर्शन शुक्ला ने 50 कारतूस के साथ पकड़ा था, इनके द्वारा आधा दर्जन अन्य अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के साथ मिलकर किया जा रहा है। इन अपराधियों से सरायछौला थाने के एक प्रधान आरक्षक के प्रगाढ़ संबंध बताए गए हैं, बताया जा रहा है कि यह दीवान खदान में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल है।
अवैध उत्खनन में राजस्थान के अपराधी भी शामिल
कैंथरी घाट पर हो रहे अवैध उत्खनन में मोरोली राजस्थान, जिला बदर आरोपी सहित पांच कैमरा के लोगों के अलावा पांच हजार का इनामी रहा आरोपी भी शामिल बताया गया है। ये लोग रात दिन चंबल नदी के कैंथरी घाट पर बंदूक लेकर तैनात रहते हैं। अपराधी प्रवृत्ति के लोग पुलिस व प्रशासन को खुलेआम चेलेंज कर रहे हैं।
आई जी, कमिश्नर कई बार दे चुके हैं निर्देश
मुख्य सचिव वीरा राणा द्वारा रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश के बाद आई चंबल रेंज व चंबल संभाग के कमिश्नर कई बार रेत पर कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद पुलिस विभाग ने कुछ वाहन पकड़े भी हैं लेकिन जिला स्तर पर गठित टास्क फोर्स की कार्रवाई सिर्फ बैठकों तक ही सीमित है। अभी हाल ही मे कलेक्टर ने टीएल बैठक में वन विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए। इससे पूर्व भी कलेक्टर की बैठक में रेत पर कार्रवाई की चर्चा होती रही है लेकिन कार्रवाई सिर्फ बैठकों तक ही सिमट कर रह जाती है।
Published on:
06 Mar 2024 11:14 pm
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