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बानमोर में बछड़े को बोरी में पैक कर मंदिर परिसर में फेंका, आक्रोश में बाजार बंद

पुलिस ने 2 घंटे में किया खुलासा, पशुपालक बोला-मेरे बच्चे से गलती हो गई, वह नासमझ है, सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपी तक पहुंची पुलिस

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मुरैना. बानमोर कस्बे में स्थित रामजानकी मंदिर परिसर में संचालित शिशु मंदिर परिसर में मंगलवार की सुबह कोई अज्ञात व्यक्ति गोवंश को मारकार बोरे में बंद करके फेंक गया। कस्बे में खबर फैलते हीकस्बे की जनता व हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया। बाजार बंद करा दिया और हाईवे जाम करने का प्रयास किया।

हिंदू संगठनों के लोगों की स्कूल परिसर में शाखा लगती है, मंगलवार की सुबह जब ये लोग शाखा में पहुंचे तो उनकी नजर पड़ी। उसके बाद बानमोरवासियों, बजरंग दल तथा विश्व हिंदू परिषद के लोगों में आक्रोश फैल गया। आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर बानमोर के बाजार को बंद करा दिया और सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के प्रांगण में पड़े गाय के बछड़े के शव के पास एकत्रित हो गए। सूचना मिलते ही टी आई अमित भदौरिया ने चार घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का लोगों को आश्वासन दिया और पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुट गई। पुलिस ने दो घंटे के अंदर ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया। लॉ इन ऑर्डर की स्थिति निर्मित होते ही मुरैना से एडीशनल एसपी सुरेन्द्रपाल सिंह डावर मौके पर पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों को तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। थाना प्रभारी अमित भदौरिया की तत्परता के चलते दो घंटे ही में सीसीटीवी कैमरे की मदद से पूरे मामले को खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया कि गंगाराम का पुरा निवासी महेंद्र छावई के यहां पालतू गाय के बछड़े की अचानक मौत हो गई। महेंद्र छावई ने अपने 14 वर्षीय बेटे को उक्त बछड़े के शव को बाहर फेंकने को कहा तो उक्त बालक बछड़े के शव को स्कूटी से फेंकने गया तो गलती से स्कूल परिसर में फेंक आया था।

इधर…जौरा में तीसरे दिन भी चार घंटे रहा बंद

जौरा कस्बे में हुई फायरिंग की वारदात को मंगलवार को भी चार घंटे बाजार बंद रहे और दोनों पक्ष ने एसडीएम को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की। पूर्व विधायक महेशदत्त मिश्रा के नेतृत्व में व्यवसायियों ने कहा कि फायरिंग के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो 18 सितंबर को जौरा के बाजार पूर्णतह बंद रखने एवं 27 सितंबर को जौरा की सीमाओं को सील बंद करने का सत्याग्रह किया जाएगा। उधर दूसरे पक्ष की ओर से रावत व क्षत्रिय महासभा जौरा की तरफ से भी एसडीएम को ज्ञापन दिया है। कमल सिंह रावत ने कहा है कि 24 अगस्त को मेरे भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों को आज तक गिरफ्तार नहीं किया है।