शिवसेना में शामिल हुए मिलिंद देवड़ा, आज ही कांग्रेस को कहा था अलविदा, उद्धव खेमे में टेंशन बढ़ी
कुछ चीजों को न कहना ही बेहतर- बाबा सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस छोड़ने की जानकारी ‘एक्स’ पर पोस्ट कर दी है। उन्होंने लिखा, ‘“मैं कांग्रेस पार्टी में युवावस्था से शामिल हुआ था और मेरी यह 48 वर्षों तक चली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही। आज मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मैं बहुत कुछ व्यक्त करना चाहता हूं, लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजें अनकही ही रह जाएं तो बेहतर है। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो मेरी इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं।“
कौन है बाबा सिद्दीकी?
सिद्दीकी मुंबई के बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे हैं। वह पहली बार 1999 में महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद उन्हें 2004 और 2009 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल हुई। वह 2004 से 2008 तक राज्य मंत्री के पद पर रहे। विधायक बनने से पहले वह दो बार पार्षद चुने गए थे। बाबा सिद्दीकी पहली बार 1992 में मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के पार्षद चुने गए। 1997 के बीएमसी चुनाव में भी उन्हें सफलता मिली।
एनसीपी में होंगे शामिल?
मिली जानकारी के मुताबिक बाबा सिद्दीकी अजित पवार की पार्टी एनसीपी का दामन थामेंगे। सूत्रों ने बताया कि 10 फरवरी को बांद्रा में होने वाले ‘सरकार आपल्या दारी’ कार्यक्रम में एनसीपी में शामिल होंगे। मुंबई के बांद्रा और उसके आसपास बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते है, जिनके बीच सिद्दीकी की गहरी पैठ है। इसलिए आगामी लोकसभा, विधानसभा और बीएमसी चुनाव में एनसीपी अजित पवार गुट को बड़ा फायदा होने की संभावना है।
25 दिन पहले मिलिंद देवड़ा ने तोड़ा नाता
बता दें कि पिछले महीने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने पार्टी से इस्तीफा देकर बड़ा झटका दिया है। उनके इस्तीफे से मुंबई कांग्रेस हिल गयी। इसके साथ ही कांग्रेस से उनका 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया। दो बार सांसद रहे मिलिंद देवड़ा केंद्र में मंत्री थे। उनके पिता मुरली देवड़ा के पास भी पार्टी में बड़ी जिम्मेदारियां थीं। पिता के बाद बेटे मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस को नई मजबूती दी।