
BJP Candidate First List : केंद्रीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। इसके तहत पूरे राज्य में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी। इसके चलते बीजेपी ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। दिल्ली में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें राज्य विधानसभा की 110 सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन फाइनल कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 150 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है। इसमें से 110 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लग चुकी हैं और एक-दो दिन में पहली लिस्ट जारी की जाएगी। इसमें कई उम्मीदवार बदलने की भी खबर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दिल्ली में कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, वन मंत्री सुधीर मनगुंटीवार, मुंबई बीजेपी प्रमुख आशीष शेलार और अन्य नेता उपस्थित थे।
एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मुंबई समेत राज्य की कई सीटों पर मौजूदा विधायकों का टिकट कट सकता है. बीजेपी के आंतरिक सर्वे में पता चला है कि राज्य की कई सीटों पर मौजूदा विधायकों के खिलाफ जनता का रुख है। इसके चलते उन निवर्तमान विधायकों का पत्ता कटने की आशंका है। ऐसे में उन विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों के संबंध में अंतिम निर्णय स्थानीय समीकरणों, सर्वे रिपोर्ट और स्थानीय बीजेपी पदाधिकारियों और आरएसएस से जानकारी प्राप्त करने के बाद ही लिया जाएगा।
गौरतलब हो कि 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि अविभाजित शिवसेना ने 56 सीटें, अविभाजित एनसीपी ने 54 सीटें और कांग्रेस ने 45 सीटें जीती थीं। तब अविभाजित शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। लेकिन नतीजे आने के बाद सीएम पद को लेकर विवाद होने पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना एनडीए से अलग हो गई। जिसके बाद शरद पवार ने विभिन्न विचारधाराओं वाले शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को एक साथ लाकर महाविकास आघाडी (MVA) का गठन किया।
एमवीए के सत्ता में आने के बाद 2019 में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। करीब ढाई साल बाद एकनाथ शिंदे शिवसेना के ज्यादातर विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे से अलग हो गए और बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार बना ली। फिर एक साल बाद जुलाई 2023 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) दो धड़ों में बंट गई। कद्दावर नेता अजित पवार ने चाचा शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी से नाता तोड़ लिया और शिवसेना (शिंदे)-बीजेपी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए। दिलचस्प बात यह है कि तब अजित दादा के साथ अधिकांश एनसीपी विधायकों ने भी सीनियर पवार का साथ छोड़ दिया।
Published on:
17 Oct 2024 06:22 pm
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