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भिवपुरी में बनेगा कारशेड, 60 लोकल ट्रेनों का होगा मेंटेनेंस

35 हेक्टेयर जमीन की गई रेखांकित, 400 करोड़ रुपए होंगे ख़र्च, 60 लोकल ट्रेनों का होगा रखरखाव।

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भिवपुरी में बनेगा कारशेड, 60 लोकल ट्रेनों का होगा मेंटेनेंस

भिवपुरी में बनेगा कारशेड, 60 लोकल ट्रेनों का होगा मेंटेनेंस

अरुण लाल
मुंबई. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर) में जगह की कमी से सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों ने कर्जत के पास भिवपुरी में इलेक्ट्रोनिक मल्टीपल यूनिट्स (ईएमयू) के लिए कार शेड स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 35 हेक्टेयर जमीन रेखांकित की गई है। इसमें लगभग 400 करोड़ रुपए ख़र्च होंगे। सूत्रों की माने तो इसे तीन साल पूरा करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। इस कारशेड में 60 लोकल ट्रेनों का रखरखाव होगा।
भिवपुरी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से लगभग 85 किमी दूर कर्जत के पास है। पर इसके अलावा सेंट्रल रेलवे के पास कारशेड बनाने के लिए कोई स्थान नहीं है। इससे पहले वडाला और भिवंडी रोड में कारशेड बनाने की पर विचार हुआ, पर यह संभव नहीं होने पर अब भिवपुरी में कारशेड बनने जा रहा है।
वर्तमान में सेंट्रल रेलवे के विभिन्न गलियारों में चलने वाले लगभग 150 लोकल ट्रेनों का रखरखाव कुर्ला, सानपाडा और कलवा कारशेड में किया जा रहा है। सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि इस नए कारशेड में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद होंगी।
आने वलो दिनों में सेंट्रल रेलवे में अतिरिक्त लोकल ट्रेनें चलाई जानी है। ऐसे में एक नए कारशेड की जरूरत बनी हुई थी। इसे देखते हुए अधिकारियों ने एमयूटीपी 3 ए के तहत इस कारशेड के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारा अनुमान है कि ठाणे और दिवा के बीच 5 वीं और 6 वीं लाइन के पूरा होने के बाद यहां पर 100 सेवाएं बढ़ार्ई जा सकेंगी। इसके लिए हमें 10 अतिरिक्त लोकल ट्रेनें चाहिए होंगी। इसके बाद सीएसएमटी और कुर्ला के बीच 5 वीं और 6 वीं लाइन बिछाने के बाद और 20 लोकल ट्रेनों को सेवा में लाया जाएगा। इसी तरह कुर्ला के एलिवेटेड स्टेशन बनने के बाद हार्बर के लिए चार अतिरिक्त लोकल ट्रेन होने की संभावना है। बोरिवली तक हार्बर कॉरिडोर बढ़ाए जाने के बाद छह और लोकल ट्रेनें लोगों की सेवा में लाई जाएंगी। यदि पनवेल-विरार कॉरिडोर शुरू होता है, तो उसे 48 और लोकल ट्रेनों की आवश्यकता होगी। पनवेल-कर्जत कॉरिडोर के चालू होने और पूरे बेलापुर-सीवुड-यूरेन कॉरिडोर को खोलने के बाद 10 अतिरिक्त लोकल ट्रेनें आएंगी। कुल मिलाकर आने वाले 5 से 10 वर्षों में लगभग 280 लोकल ट्रेनों को उपनगरीय प्रणाली पर चलाने की आवश्यकता होगी। ऐसे में नए कारशेड में इन लोकल ट्रेनों का मेंटेनेंस करने की योजना बनाई गई है।
वर्तमान में सेंट्रल रेलवे के कुर्ला कारशेड में 45,कलवा में 40 (40) और सानपाड़ा में 35 लोकल ट्रेनों के मेंटेनेंस की क्षमता है। तीनों की मिलाकर 120 लोकल ट्रेनों के मेंटेनेंस की क्षमता है। शिवाजी सुतार ने बताया कि हम 150 रेक के रखरखाव का कार्य करते हैं। ये सभी परियोजनाएं आने वाले 2 से 3 साल में पूरी होनी है, ऐसे में यह कारशेड भी आने वाले तीन सालों में बनाया जाना रेलवे के लिए अनिवार्य है।