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Maharashtra Politics: शिंदे सेना ने 5 जिलों में दिया उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, बड़े नेताओं ने एक साथ छोड़ी पार्टी

Shiv Sena Uddhav Thackeray : आगामी स्थानीय और नगर निकाय चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को बड़ी राजनीतिक ताकत मिली है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jun 18, 2025

Uddhav Thackeray Shiv Sena

उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे

महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय और नगर निकाय चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को बड़ी राजनीतिक ताकत मिली है। मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में पुणे, चंद्रपुर, नंदुरबार, बीड और धाराशिव जिलों से दर्जनों वरिष्ठ नेता और पूर्व नगरसेवकों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

इस मौके पर शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम हिंदुहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे के विचारों और विकास की बयार साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। जब मुझे ढाई साल मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला, तब मैंने राज्य को विकास की ओर ले जाने के साथ-साथ जनहित की योजनाएं भी लागू कीं। जनता ने हमारे काम पर विश्वास जताया और इसका नतीजा यह हुआ कि हमने विधानसभा चुनाव में 80 सीटों पर चुनाव लड़ा और 60 पर जीत हासिल की, जबकि महायुति ने 232 सीटें जीतकर ऐतिहासिक बहुमत प्राप्त किया।

इस मौके पर चंद्रपुर जिले के भद्रावती नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष प्रफुल्ल चटकी, साथ में 11 पूर्व नगरसेवकों ने एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना की सदस्यता ली। इनमें पूर्व नगरसेवक सुधीर सातपुते, प्रमोद गेदाम, अनिता गेदाम, राजू सारंगधर, चंद्रकांत खारकर, शोभा पारखी, शीतल गेदाम, प्रतिभा सोनटक्के, आशा निबालकर और प्रदीप वडालकर समेत 11 पूर्व नगरसेवक उपमुख्यमंत्री शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हुए।

इसी तरह पुणे जिले से कांग्रेस के प्रदेश सचिव सोनाली मारने, नगरसेवक राहुल तुपेरे, कांग्रेस शहर महासचिव किरन मारने, एनसीपी के मंगल पवार और गिरीश जैवल जैसे प्रमुख चेहरों ने भी शिवसेना में प्रवेश किया। वहीँ, बीड विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और उद्धव गुट के लोकसभा संपर्क प्रमुख सुनील धांडे भी शिवसेना में शामिल हो गए।

धाराशिव जिले से सोमनाथ गुट्टे, आप्पासाहेब बिराजदार, शंकर चव्हान, नागनाथ कदम, इलाई शेख और शहाजी हाके जैसे नेताओं ने पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर शिवसेना का दामन थामा।

नंदुरबार जिले से उद्धव गुट के उपजिल्हा प्रमुख शंकर दर्जी समेत नगरसेवक गणेश वडनेरे, मनोज बोरसे, राहुल टीभे और गोविंद मोरे ने शिवसेना का धनुष-बाण थामा।

वहीं वरोरा नगरपरिषद के चार पूर्व नगरसेवक प्रणाली मेश्राम, सुषमा भोयर, दिनेश यादव और किशोर टिकले ने भी एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में प्रवेश किया। साथ ही वरोरा तालुका शिवसेना यूबीटी शहर प्रमुख संदीप मेश्राम, विधानसभा संगठक सुधाकर मिलमिले, करणी सेना महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष श्यामसिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष धरमसिंह ठाकुर, राष्ट्रीय संगठक ठाकुर नेमसिंह सिसौदिया पदाधिकारियों के साथ शिवसेना में शामिल हुए। इस दौरान श्यामसिंह को राजस्थान राज्य का मुख्य समन्वयक नियुक्त करने की औपचारिक घोषणा भी की गई और उन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।

मुंबई में आयोजित प्रवेश कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ मंत्री उदय सामंत, विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोऱ्हे और शिवसेना के सभी प्रमुख नेता व पदाधिकारी उपस्थित थे।

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इस सामूहिक प्रवेश ने न केवल शिंदे की शिवसेना के सांगठनिक ढांचे को नई मजबूती दी है, बल्कि आगामी चुनावों में यह दल के लिए एक प्रभावशाली रणनीतिक बढ़त भी साबित हो सकती है। इससे यह भी स्पष्ट है कि राज्य की राजनीति में शिंदे की शिवसेना फिलहाल उद्धव ठाकरे गुट पर भारी पड़ती दिख रही है, जो कि विपक्षी दलों के लिए अच्छा संकेत नहीं है।