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IAS पूजा खेडकर ने दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिए दिया फर्जी पता! कलेक्टर पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

IAS Pooja Khedkar Controversy : ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इससे उनकी मुसीबत और बढ़ गई है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि झूठी खबरों से उनकी छवि खराब की जा रही है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jul 17, 2024

Pooja Khedkar controversy

Pooja Khedkar allegation on Pune DM Suhas Divase : महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी पूजा खेडकर को लेकर हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने फर्जी पते के जरिए राशन कार्ड बनवाया था और उसी राशन कार्ड से दिव्यांगता सर्टिफिकेट हासिल किया। इस बीच, आईएएस पूजा ने पुणे के जिलाधिकारी सुहास दिवसे पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए वाशिम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा पर पुणे में तैनाती के दौरान विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था, जिसकी शिकायत दिवसे ने ही राज्य के मुख्य सचिव से की थी और तब पूजा को वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद पूजा खेडकर दिव्यांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर सवालों के घेरे में आ गयीं।

यह भी पढ़े-IAS पूजा खेडकर पर बड़ा एक्शन, ट्रेनिंग स्थगित, मसूरी अकैडमी ने वापस बुलाया

आईएएस पूजा खेडकर ने अगस्त 2022 में पुणे जिले के पिंपरी स्थित सरकारी यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल से आंशिक ‘लोकोमोटर दिव्यांगता’ (चलने-फिरने संबंधी विकलांगता) प्रमाणपत्र प्राप्त किया था। अस्पताल के डीन डॉ राजेंद्र वाबले ने कहा कि पूजा खेडकर ने 2022 में अपने बाएं घुटने के जोड़ संबंधी दिव्यांगता प्रमाणीकरण के लिए आवेदन किया था। वह चिकित्सा जांच के लिए यहां आई थीं और कई विभागों द्वारा उनका परीक्षण किया गया था। जिमसें यह पाया गया कि पूजा में सात प्रतिशत ‘लोकोमोटर दिव्यांगता’ है।

हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IAS पूजा खेडकर ने यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल से फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनवाया था। इसके लिए उन्होंने अपना पता गलत बताया था। खेडकर ने अस्पताल को जो एड्रेस प्रूफ दिया था वह उनके घर का नहीं बल्कि बंद हो चुकी कंपनी थर्मोवेरिटा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड का था। जांच में पता चला है कि पूजा ने इस कंपनी के पते पर राशन कार्ड भी बनवाया था। इसी राशन कार्ड से उन्होंने लोकोमोटर दिव्यांगता वाला सर्टिफिकेट हासिल किया।  

दिलचस्प बात यह है कि पूजा खेडकर जिस ऑडी कार में लाल बत्ती और महाराष्ट्र सरकार लिखकर घूमती थी वह भी इसी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड थी।   

एक दिन पहले ही विवादित आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रोक दी गई और उन्हें मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नैशनल अकैडमी ऑफ ऐडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) ने तत्काल वापस बुलाया है। गौरतलब है पूजा खेडकर पर विकलांगता और ओबीसी के फर्ज़ी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करने का आरोप है। जबकि पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान उन पर विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का भी आरोप है और उनके खिलाफ जांच की जा रही है।

वहीँ, ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा, मुझे मीडिया ट्रायल चलाकर दोषी साबित करना गलत है। मेरे खिलाफ हर दिन फर्जी खबरें फैलाई जा रही है। मैं सिर्फ जांच समिति के सामने अपना पक्ष रखूंगी।