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महाराष्ट्र में बिजली होगी महंगी! आम आदमी की जेब पर बढ़ेगा बोझ, विरोध शुरू

Mahavitaran Electricity Bill: महावितरण कंपनी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग को बिजली दर में औसतन 2 रुपये 35 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजने की तैयारी की है। फ़िलहाल इस पर फैसला होना बाकी है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jan 09, 2023

Mahavitaran Electricity Bill Hike

महाराष्ट्र में बिजली होगी महंगी!

Maharashtra Electricity Bill Hike: महाराष्ट्र के लाखों लोगों को नए साल में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी का 'झटका' लगने वाला है। दरअसल महावितरण कंपनी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग को बिजली दर में औसतन 2 रुपये 35 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजने की तैयारी की है। फ़िलहाल इस पर फैसला होना बाकी है। हालांकि जैसे ही इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिलेगी, राज्य में बिजली महंगी हो जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के विभिन्न हिस्सों में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव के मद्देनजर इस निर्णय को फ़िलहाल के लिए टालने का प्रयास किया जा सकता है। हालांकि, उसके बाद यह तय माना जा रहा है कि बिजली की कीमतों में वृद्धि से राज्य के उपभोक्ताओं को झटका लगेगा। यह भी पढ़े-महाराष्ट्र: 86 हजार बिजली कर्मियों की हड़ताल से कई इलाकों की बत्ती गुल, सरकार ने दी चेतावनी

बता दें कि महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (महावितरण), महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (महापारेषण) और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन कंपनी लिमिटेड (महानिर्मिती) राज्य के स्वामित्व वाली बिजली कंपनियां हैं।

कितना बढ़ेगा प्रति यूनिट रेट?

पिछले कुछ वर्षों में लागत में वृद्धि का हवाला देकर महाराष्ट्र राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड ने 1.03 रुपये प्रति यूनिट, महापारेषण कंपनी ने 32 पैसे यानी कुल कुल 1.35 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि का प्रस्ताव पहले ही दिया है। जबकि अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने विदेशी कोयले का आयात कर बिजली आपूर्ति करने के बदले मुआवजे के तौर पर 22,500 करोड़ रुपये की मांग की।

हालांकि, तब सुप्रीम कोर्ट ने इस पैसे को ईंधन सरचार्ज के जरिए वसूलने का निर्देश दिया था। इस वजह से बिजली उपभोक्ताओं पर पहले से ही प्रति यूनिट 1.30 रुपये का बोझ बढ़ा था। इसका क्रियान्वयन पिछले साल जून से शुरू हुआ था। वहीँ, अब इसको शामिल कर महावितरण कंपनी ने औसतन 2.35 रुपये प्रति यूनिट दाम बढ़ाने का प्रस्ताव पेश करने की तैयारी की है।

बहुवर्षीय टैरिफ नियमन के अनुसार महावितरण द्वारा तृतीय वर्ष में नवंबर महीने के अंत तक विद्युत दरों में संशोधन का प्रस्ताव दिया जाता है। इसके मुताबिक महावितरण की ओर से बिजली के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है। इस फैसले का आम नागरिकों द्वारा पुरजोर विरोध किए जाने की संभावना है। इसके लिए राज्य बिजली उपभोक्ता संघ ने अभी से आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है।

उपभोक्ता संघ ने किया विरोध

बिजली उपभोक्ता संघ के प्रताप होगाडे ने राज्यभर के सभी बिजली उपभोक्ताओं से भारी संख्या में सुझाव एवं आपत्तियां दर्ज कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह प्रस्तावित मूल्य वृद्धि बहुत बड़ी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए मांग कि की महानिर्मिती और महावितरण कंपनियों में भ्रष्टाचार और अक्षमता का बोझ आम बिजली उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाना चाहिए। उन्होंने शिंदे-फडणवीस सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।