महावितरण ने कोयला और ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद एफएसी की वृद्धि की है। इस संबंध में एमईआरसी (Maharashtra Electricity Regulatory Commission) से अनुमति मिल चुकी है। इसके तहत जून से अक्टूबर तक ईंधन समायोजन शुल्क में भारी वृद्धि हुई है।
जनवरी 2022 में महावितरण ने दरों में 25 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की थी। तब भी महावितरण (MSEDCL) ने एफएसी का ही कारण बताया था।
कितना बढ़ेगा बिजली का बिल?
ईंधन समायोजन शुल्क में हुई बढ़ोतरी इस प्रकार है:
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी से अभी जनता उबरी भी नहीं थी कि उसे बढ़ती महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि के कारण सभी वस्तुओं की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं। इसके अलावा, बिजली दरों में भारी बढ़ोतरी से आम जनता की जेब में दोहरी मार पड़ेगी, जो पहले से ही मुद्रास्फीति की मार झेल रहे है। हाल ही में गैस की कीमतों में भी 50 रुपये का इजाफा हुआ है। लगातार बढ़ती महंगाई ने अब आम जनता का बजट बिगाड़ दिया है।