25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Lumpy Disease: महाराष्ट्र के 5 जिलों में लंपी वायरस का प्रकोप, 232 मवेशियों की मौत, हजारों संक्रमित

Lumpy Disease in Maharashtra: जलगांव के 133 गांवों में लगभग 3,800 मवेशी जानलेवा रोग से प्रभावित हुए है और 165 की मौत हो गई है। प्रभावित जानवरों में से 2,000 से अधिक का इलाज किया जा चुका है।

2 min read
Google source verification

मुंबई

image

Dinesh Dubey

Sep 25, 2022

Maharashtra Lumpy Skin Disease

महाराष्ट्र के 5 जिलों में लंपी वायरस से 232 मवेशियों की मौत

Lumpy Skin Disease in Maharashtra: महाराष्ट्र में लंपी वायरस (Lumpy Virus) की चपेट में आने से अब तक सैकड़ों पशुओं की मौत हो गई है। पिछले कई हफ़्तों से राज्य के पांच जिलों- नासिक (Nashik), नंदुरबार (Nandurbar), जलगाँव (Jalgaon), धुले (Dhule) और अहमदनगर (Ahmednagar) में लंपी रोग (Lumpy Skin Disease) का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला है। जहां इस ढेलेदार त्वचा रोग (एलएसडी) के कारण अब तक 232 मवेशियों (Cattle) की मौत हो चुकी है।

पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा मौतें जलगांव में हुईं, जहां एलएसडी संक्रमण (LSD Infection) के कारण अब तक 165 मवेशियों की जान गई है। एक अधिकारी ने कहा “नासिक संभाग (Nashik Division) का जलगांव जिला सबसे ज्यादा प्रभावित था, लेकिन अब धीरे-धीरे हालात यहाँ सुधर रहे है। औरंगाबाद के करीब होने और क्षेत्र के जानवरों के व्यापार के कारण जलगांव जिले में मवेशी बड़ी संख्या में लंपी रोग से प्रभावित हुए।” यह भी पढ़े-Maharashtra: प्रदूषण फैलाने वाली बुलढाणा की केमिकल कंपनी पर 250 करोड़ का जुर्माना, जानें क्या है पूरा मामला

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जलगांव जिले के 133 गांवों में लगभग 3,800 मवेशी जानलेवा रोग से प्रभावित हुए है और 165 की मौत हो गई है। प्रभावित जानवरों में से 2,000 से अधिक का इलाज किया जा चुका है और अन्य का अभी इलाज चल रहा है।

वहीँ, अहमदनगर में सभी 14 तालुकों के 163 गांवों में 1,600 से अधिक मवेशी लंपी वायरस से प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 53 की मौत हो गई है। जबकि 600 ठीक हो गए हैं और बाकी का इलाज चल रहा है। धुले जिले में जहां 13 जानवरों की मौतें लंपी बीमारी से हुई हैं, वहीं नासिक में एक मवेशी की जान गई है।

लंपी त्वचा रोग से नंदुरबार जिले में किसी मवेशी की मौत की खबर नहीं है। सरकार संक्रमण के कारण खोए प्रत्येक मवेशी के लिए किसानों को 16,000 रुपये से 24,000 रुपये तक की सहायता प्रदान कर रही है। जबकि सभी पीड़ित मवेशियों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है।