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महाराष्ट्र में कांग्रेस के अपने हुए बेगाने, 18 साल पुराने एमएलसी ने मारी पलटी, तो बीजेपी को कोसा

Maharashtra Politics: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सत्यजीत तांबे के बारे में पूरी जानकारी हाईकमान को दे दी गई है। आज आलाकमान से निर्देश आएंगे। उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jan 13, 2023

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महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव से पहले नासिक में बैकफुट पर कांग्रेस

Maharashtra MLC Election: महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) के चुनाव से पहले कांग्रेस नासिक में बैकफुट पर आ गई है। दरअसल पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार सुधीर तांबे ने चुनावी दौड़ से खुद को हटा लिया है और अपनी जगह बेटे सत्यजीत को चुनावी मैदान में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। इस सियासी नाटक से जहां कांग्रेस असमंजस की स्थिती में पड़ गई है, वहीँ कांग्रेसी नेता इसके पीछे बीजेपी का हाथ होने का दावा कर रही है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सत्यजीत तांबे के बारे में पूरी जानकारी हाईकमान को दे दी गई है। आज आलाकमान से निर्देश आएंगे। उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हालांकि पटोले ने स्पष्ट कहा कि बागी उम्मीदवार सत्यजीत तांबे को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिलेगा। यह भी पढ़े-महाराष्ट्र में विपक्ष को लगेगा झटका, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने खोला बड़ा राज


दगाबाजी का लगाया आरोप

नाना पटोले ने आगे कहा कि सुधीर तांबे को पार्टी ने नॉमिनेट किया था, लेकिन तांबे ने बिना फॉर्म भरे पार्टी के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे के लिए निर्दलीय पर्चा दाखिल कर बीजेपी का समर्थन लेंगे। यह कांग्रेस से दगाबाजी है। पटोले ने यह भी कहा कि हाईकमान के कहने पर उन्हें चुनाव में समर्थन दिया जा सकता है।

नाना पटोले ने बताया कि बालासाहेब थोरात और मेरा कोई संपर्क नहीं हुआ। उन्होंने कहा, बीजेपी को अभी घर तोड़ने में मजा आ रहा है। लेकिन जिस दिन बीजेपी का घर उजड़ेगा, तब उन्हें पता चलेगा। इसके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। लेकिन हाईकमान के निर्देश के बाद तांबे पर अगली कार्रवाई की जाएगी।


सुधीर तांबे 18 साल से है MLC

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के पूर्व अध्यक्ष बालासाहेब थोराट के रिश्तेदार सुधीर तांबे पिछले तीन कार्यकाल (18 वर्ष) से महाराष्ट्र विधान परिषद में नासिक डिवीजन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और पार्टी ने उन्हें फिर से नामित किया गया था। लेकिन उन्होंने चुनाव से हटने की घोषणा करते हुए अपने बेटे सत्यजीत को चुनाव लड़वा रहे है।

सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। सत्यजीत ने पत्रकारों से कहा, “आप सभी जानते हैं कि राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मुझसे बहुत स्नेह है। मैं कामना करता हूं कि चुनाव में बीजेपी मुझे वोट दे।’’ उन्होंने कहा, “मेरे पिता सुधीर तांबे ने नासिक डिवीजन में शिक्षकों और स्नातकों के हितों की रक्षा के लिए कई वर्षों तक अथक प्रयास किया है। अगर मुझे विधान परिषद का सदस्य बनने का मौका मिलता है तो मैं उनके काम को आगे बढ़ाना चाहता हूं।’’

सत्यजीत ने दावा करते हुए कहा कि वह अभी भी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा है। उन्हें चुनाव में एमवीए के अलावा बीजेपी के भी वोट मिलने की उम्मीद है।


सुधीर तांबे ने दी सफाई

उधर, सुधीर तांबे ने कहा, ‘‘युवा विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और इसलिए पार्टी ने नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से सत्यजीत तांबे जैसे युवाओं को मैदान में उतारने का फैसला किया है। तकनीकी समस्या यह है कि पार्टी ने मेरे नाम पर 'एबी' (नामांकन) फॉर्म दिया था, लेकिन हमने पार्टी नेतृत्व को पहले ही बता दिया था कि सत्यजीत चुनाव लड़ेंगे।’’ ‘एबी’ फॉर्म चुनाव में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार को मिलता है।

सुधीर तांबे ने कहा, ‘‘मैंने अपने चुनाव नहीं लड़ने संबंधी फैसले के बारे में पार्टी नेतृत्व को पहले ही बता दिया गया था। हमने यह फैसला पूरे विश्वास से लिया है। सत्यजीत एमवीए के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।’’


बीजेपी दे सकती है समर्थन

बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई ने कहा कि वह सत्यजीत तांबे को समर्थन देने पर विचार कर सकती है। प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘‘अगर तांबे हमसे संपर्क करते हैं और हमारा समर्थन मांगते हैं, तो हम इस पर विचार कर सकते हैं। बीजेपी राज्य के सभी हिस्सों में अपना जनाधार मजबूत करने की कोशिश कर रही है। नासिक संभाग में हमारे पास एक मजबूत चेहरा नहीं है, इसलिए हम उन्हें अपना समर्थन दे सकते हैं।’’

बता दें कि परिषद के स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव 30 जनवरी को होंगे और गुरुवार को नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था। विधान परिषद के पांच सदस्यों का कार्यकाल 7 फरवरी को समाप्त होगा। इसमें दो स्नातक से और तीन शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र शामिल है। इन सीटों को भरने के लिए द्विवार्षिक मतदान 30 जनवरी को होगा, जबकि वोटों की गिनती 2 फरवरी को होगी।