
राज्यपाल आचार्य देवव्रत (Photo: IANS)
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत (Maharashtra Governor Acharya Devvrat) को महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। राष्ट्रपति सचिवालय ने बयान जारी कर बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत (66) को अपने कर्तव्यों के अतिरिक्त महाराष्ट्र के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करने के लिए नियुक्त किया है। वहीं, उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के बाद सीपी राधाकृष्णन (Vice President CP Radhakrishnan) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है।
निर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। उनसे पहले 18 फरवरी 2023 से रमेश बैस महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। रमेश बैस से पहले भगतसिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) 9 सितंबर 2019 से 12 फरवरी 2023 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल का कार्यभार संभाला।
66 वर्षीय आचार्य देवव्रत वर्तमान में गुजरात के राज्यपाल हैं और अब उन्हें महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। इससे पहले वे अगस्त 2015 से जुलाई 2019 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं। 22 जुलाई 2019 से उन्होंने गुजरात के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।
आचार्य देवव्रत शैक्षणिक योग्यता के मामले में भी बेहद समृद्ध पृष्ठभूमि रखते हैं। उनके पास इतिहास और हिंदी में मास्टर्स की डिग्री है, साथ ही उन्होंने बीएड और योग विज्ञान में डिप्लोमा भी किया है। इसके अलावा वे नेचुरोपैथी और योगिक साइंस में डॉक्टरेट भी कर चुके हैं। प्राकृतिक खेती,सामाजिक समरसता, नशामुक्ति, वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वदेशी गौवंश सुधार के क्षेत्र में भी उनका व्यापक योगदान रहा है। उन्होंने 1981 से जुलाई 2015 तक गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्रधानाचार्य के रूप में कार्य किया। वर्तमान में आचार्य देवव्रत गुजरात की 24 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के चांसलर भी हैं।
Updated on:
11 Sept 2025 04:44 pm
Published on:
11 Sept 2025 04:23 pm
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