
एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में उद्धव और शिंदे गुट के बीच शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष बाण को लेकर तकरार देखने को मिल रही है। इस मामले पर जमकर सियासी बयानबाजी भी हो रही है। शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर दोनों गुटों में से किसका हक है इसे लेकर चुनाव आयोग आज फैसला दे सकता है। दरअसल चुनाव आयोग ने दोनों खेमों को 7 अक्टूबर तक दस्तावेज जमा करने के लिए कहा है। ऐसे में हो सकता है चुनाव आयोग की तरफ से इस मामले पर कोई निर्णय आ जाए।
वहीं इससे पहले शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से चुनाव चिन्ह धनुष बाण पर दावा किया गया है। साथ ही एक आवेदन भी दिया गया है। चुनाव आयोग में शिंदे खेमे की तरफ से किये गए दावे में कहा गया है कि उद्धव ठाकरे गुट को विधायकों का समर्थन हासिल नहीं है। शिंदे गुट ने चुनाव आयोग से मांग की है कि दावे की याचिका पर तत्काल सुनवाई और निपटारा हो।
गौर हो कि इस पूरे मामले को लेकर चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों को 7 अक्टूबर तक डाक्यूमेंट्स जमा करने के लिए कहा है। चुनाव चिन्ह को लेकर सुनवाई इसलिए भी अहम है कि क्योंकि अंधेरी पूर्व उपचुनाव के लिए नामांकन फॉर्म भी दाखिल किया जाना है। इससे पहले शिंदे खेमे ने जुलाई महीने में शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर दावा किया था।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना से एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री की कुर्सी से इस्तीफा देना पड़ा था। साथ ही महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई और सीएम बने। इस घटनाक्रम के दोनों शिंदे और उद्धव गुट ने नेताओं की तरफ से एक दूसरे पर जवाबी हमले किये जा रहे हैं।
Updated on:
07 Oct 2022 09:32 am
Published on:
07 Oct 2022 09:27 am
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
