
संजय राउत के दावों पर शरद पवार बोले-मैं ज्योतिषी नहीं
मुंबई. विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री पद और सत्ता में 50:50 हिस्सेदारी को लेकर भाजपा के साथ चल रही खींचतान के बीच शिवसेना नया राजनीतिक समीकरण साधने की तैयारी में जुट गई है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार से मुलाकात की। भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान भी शिवसेना के समर्थन का संकेत कर चुका है। कांग्रेस-एनसीपी को साथ लेकर शिवसेना भाजपा को झटका देने की तैयारी कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक नई सरकार में उचित हिस्सेदारी पाने के लिए शिवसेना भाजपा पर दबाव बना रही है। इसी कड़ी में शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी को साध रही है। हालांकि शिवसेना अध्यक्ष ने कहा है कि वह सत्ता में 50:50 हिस्सेदारी मिली तो भाजपा का साथ नहीं छोड़ेंगे। लेकिन, पार्टी की ओर से दूसरे विकल्प पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री और सरकार में 50:50 की हिस्सेदारी नहीं मिली तो शिवसेना कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन से सरकार बना सकती है।
भाजपा के रुख पर अफसोस
शिवसेना विधायक दल की बैठक में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार दोपहर भाजपा के रवैए पर अफसोस जताया। वहीं शाम को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मिलने पहुंचे। शिवसेना के इस कदम से भाजपा कि सांसें अटकनी तय हैं। दूसरी तरफ भाजपा निर्दलीय विधायकों की फौज जुटा रही है। ऐसे में अब राज्य की राजनीति में नया मोड़ आता दिख रहा है।
वसूलों के साथ समझौता नहीं
शिवसेना नेताओं की माने तो पार्टी अपने वसूलों के साथ समझौता नहीं करेगी। शायद यही वजह है कि उद्धव के साथ बैठक समाप्त होने के पश्चात ही राउत सीधे पवार के पास मिलने पहुंच गए। पवार के साथ लगभग आधा घंटे तक चर्चा के बाद राउत बाहर निकले। इन दोनों की मुलाकात को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। हालांकि राउत ने इसे व्यक्तिगत मुलकात बताया है।
...तब तक करेंगे इंतजार
उद्धव ने विधायकों को साफ कहा कि हम तब तक इंतजार करेंगे जब तक भाजपा शपथ विधि के लिए राज्यपाल को पत्र नहीं दे देती है। यदि भाजपा ने शिवसेना से कोई राय नहीं ली और शिवसेना को महत्व नहीं दिया तो हम अपने कदम पीछे ले लेंगे। भाजपा को सरकार बनाने देंगे। इसके बाद शिवसेना क्या निर्णय लेगी, यह समय बताएगा।
कांग्रेस आलाकमान भी तैयार
शिवसेना के समर्थन को लेकर कांग्रेस-एनसीपी की आघाडी सकारात्मक संकेत दे चुकी है। ऐसे संकेत मिले हैं कि भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान शिवसेना को समर्थन देने के मूड में है। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी मुखिया पवार ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत की और राज्य की स्थिति की जानकारी दी। ऐसे संकेत मिले हैं कि शिवसेना को समर्थन देने के लिए श्रीमती गांधी ने हामी भर दी है।
महायुति में शामिल छोटे दलों ने रोया दुखड़ा
भाजपा शिवसेना की महायुति में शामिल छोटे दलों ने अपना दुखड़ा रोया है। इन दलों ने साफ कहा है कि लड़ाई खत्म करें और सत्ता के बंटवारे में अन्य दलों को भी एक-एक मंत्री पद दें। आरपीआई अध्यक्ष रामदास आठवले की अध्यक्षता में बैठक में आरएसपी के महादेव जानकर, रैयत क्रांति संगठना अध्यक्ष सदाभाऊ खोत और शिव संग्राम के अध्यक्ष विनायक मेटे भी शामिल हुए।
Published on:
31 Oct 2019 11:55 pm
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