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Success Story: किसान का बेटा बना IAS अधिकारी, 22 साल के लड़के ने यूट्यूब और टेलीग्राम से रचा इतिहास

UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बाजी मारने वाले महाराष्ट्र के 22 वर्षीय शिवांश जागडे (IAS Shivansh Jagade) को यूपी कैडर मिला है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Dec 08, 2025

IAS Shivansh Jagade UPSC Success Story

आईएएस शिवांश जागडे (Photo: Shivansh Jagade)

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कुछ महीने पहले सिविल सेवा परीक्षा 2024 के अंतिम परिणामों की घोषणा की। इसमें पुणे जिले के एक आम किसान के बेटे शिवांश जागडे ने भी सफलता हासिल की। 22 वर्षीय शिवांश ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 26वीं रैंक हासिल कर महाराष्ट्र में दूसरा स्थान हासिल किया। शिवांश को बतौर आईएएस (IAS) उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित किया गया है। 

आईएएस शिवांश कहते हैं, कड़ी मेहनत के बिना कुछ भी हासिल नहीं होता है। बचपन से ही वह अपने आसपास के लोगों को कड़ी मेहनत करते देख रहे है, जिससे उन्हें यह सीख मिली। शिवांश मूल रूप से पुणे के वेल्हे तालुका के रूले गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता की थोड़ी खेती हैं, जहां शिवांश भी पहले काम करते थे। लेकिन घर चलाने के लिए शिवांश के माता-पिता ने मिलकर पुणे के वडगांव में टेलरिंग का व्यवसाय शुरू किया। जिस वजह से पूरा परिवार वडगांव में ही बस गया।

कड़ी मेहनत से बनाया सफलता का मार्ग

शिवांश जागडे ने प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय निजी स्कूल में पूरी की। एक इंटरव्यू में शिवांश ने बताया कि 11वीं की पढ़ाई के लिए औरंगाबाद के सर्विसेज प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूशन (SPI) में जाने के बाद ही उनमें अधिकारी बनने का बीज बोया गया। महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित इस संस्थान में अनुशासन, देशप्रेम और सिविल सेवा की भावना पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

बिना कोचिंग UPSC किया क्रैक

कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान शिवांश ने यूपीएससी की तैयारी तेज की, साथ ही पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से गणित विषय में बीएससी की। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में भी वैकल्पिक विषय के रूप में गणित को ही चुना।

22 साल के शिवांश ने मीडिया को बताया कि उन्होंने यूपीएससी के लिए कोई अलग से कोचिंग नहीं लगाई और सेल्फ स्टडी पर जोर दिया। उन्होंने कहा, यूट्यूब और टेलीग्राम पर इतना वीडियो और स्टडी मटेरियल उपलब्ध था कि क्लास की जरूरत महसूस नहीं हुई। शिवांश ने खुद की रणनीति बनाई और रोजाना 14 से 16 घंटे तक पढ़ाई करते थे।

पढ़ाई के साथ सेहत पर ध्यान

शिवांश मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए नियमित रूप से जिम जाते थे। वह हर सुबह लगभग एक घंटा जिम में बिताते। राज्य स्तरीय फुटबॉल खेलने के कारण वह शारीरिक रूप से हमेशा सक्रिय रहे।

गौरतलब हो कि यूपीएससी ने 22 अप्रैल को सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) 2024 के परिणाम घोषित किया था। परीक्षा में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने प्रथम स्थान हासिल किया था। वहीं, हर्षिता गोयल ने दूसरा, जबकि महाराष्ट्र के डोंगरे अर्चित पराग ने तीसरा स्थान हासिल किया था।

यूपीएससी सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 16 जून 2024 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के लिए कुल 9,92,599 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से 5,83,213 उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए थे। कुल 14,627 उम्मीदवार लिखित (मुख्य) परीक्षा में उपस्थित होने के लिए योग्य हुए, जो सितंबर, 2024 में आयोजित की गई थी। इनमें से 2,845 उम्मीदवार परीक्षा के व्यक्तित्व परीक्षण के लिए चुने गए। फाइनल में कुल 1009 उम्मीदवारों (725 पुरुष और 284 महिलाएं) को विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए आयोग द्वारा अनुशंसित किया गया।