मिली जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे नदी में नहाने के लिए गए थे, लेकिन तेज बहाव के कारण वे पानी में बह गए। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों और मछुआरों की मदद से तेलंगाना पुलिस ने तुरंत तलाश अभियान शुरू किया। देर रात तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा, लेकिन बच्चों का कुछ पता नहीं चला।
परिजन गमगीन, तलाशी अभियान जारी
घटना से क्षेत्र में शोक और तनाव का माहौल है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। नदी किनारे जमा भीड़ की भी आंखें नम हो गईं। बरसात के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और गोदावरी में बहाव बहुत तेज है, जिससे बच्चों के बह जाने का अंदेशा जताया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह एक बार फिर बड़े स्तर पर खोजबीन शुरू की गई। प्रशासन और पुलिस राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं और लापता बच्चों को जल्द से जल्द ढूंढने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि पिछले हफ्ते यूपी के आगरा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में यमुना नदी में नहाने गईं एक ही परिवार की छह लड़कियों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि नगला नाथू गांव के पास मंगलवार को छह लड़कियां सुबह करीब 10 बजे नहाने के लिए नदी में उतरी थीं, लेकिन वे सभी डूबने लगीं।
स्थानीय लोग किसी तरह दो लड़कियों को नदी से निकालने में कामयाब रहे लेकिन बाकी को नहीं बचाया जा सका। मृतकों की पहचान दिव्या (14), संध्या (12), शिवानी (17) और नैना (14) के रूप में हुई। हालांकि बाद में पानी से निकाली गई सोनम (12) और मुस्कान (18) ने भी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।