
नागपुर में विस्फोटक बनाने वाली कंपनी में ब्लास्ट
Maharashtra Nagpur Blast: महाराष्ट्र के नागपुर में रविवार सुबह विस्फोटक बनाने वाली कंपनी ‘सोलर इंडस्ट्रीज’ में हुए भीषण विस्फोट में कई परिवार तबाह हो गए। इस हादसे में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। नागपुर के बाजारगांव इलाके में स्थित सोलर इंडस्ट्रीज की एक कास्ट बूस्टर यूनिट में सुबह 9 बजे के करीब धमाका हुआ। दुर्घटना के समय कंपनी की यूनिट में 12 कर्मचारी मौजूद थे। 6 महिलाओं सहित 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अभी तक पीड़ित परिवारों को शव नहीं सौंपे गए है।
सोलर इंडस्ट्रीज के गेट पर कई एम्बुलेंस मौजूद हैं। खबर है कि विस्फोट में जान गंवाने वाले कमर्चारियों के शव अभी भी कंपनी परिसर में मौजूद हैं। इसलिए पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के अलावा स्थानीय लोग भी कंपनी के गेट पर मौजूद है। मृतकों के परिजनों की मांग है की कि उन्हें कंपनी में जाने दिया जाए। सड़क भी जाम किया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिसबल तैनात किया गया है। यह भी पढ़े-महाराष्ट्र: नागपुर में सोलर एक्सप्लोसिव कंपनी में भीषण धमाका, 9 की मौत, कई जख्मी
5 लाख देगी सरकार
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने घटना में मारे गए लोगों के निकट परिजन को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। फडणवीस ने कहा, यह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम एकनाथ शिंदे ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इस घटना के पीछे की वजह का पता लगाया जाएगा।
माता-पिता, बहन का सहारा गया
इस विस्फोट में नीलकंठराव सहारे की बेटी आरती (22) की मौत हो गई। सहारे सुबह 9:30 बजे से फैक्टरी के गेट के बाहर आरती की जानकारी पाने के लिए खड़े है। उन्होंने कहा कि बेटी की मौत के बाद उनकी दुनिया ही उजड़ गई है। आरती परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थीं। आरती अपने पिता, बोलने में अक्षम मां और छोटी बहन का एकमात्र सहारा थीं। परेशान पिता ने कहा, ‘‘मुझे कुछ नहीं चाहिए, बस मेरी बेटी का शव दे दो।’’
बच्चों के सिर से उठा मां का साया
इस भयानक हादसे में दो बच्चों की मां रुमिता उइके (32) की भी मौत हो गई है। कंपनी के बाहर खड़े उइके के पिता देवीदास इरपति ने कहा कि उन्हें जब दुर्घटना के बारे में पता चला तो ‘सोलर इंडस्ट्रीज’ की तरफ भागे। कंपनी के पास खैरी में रहने वाली रुमिता को आज ही धामनगांव स्थित अपने पैतृक घर जाना था।
बेटी की मौत से दुखी देवीदास ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि वे बेटी का शव कब उन्हें सौंपा जाएगा। रुमिता के दो बेटे हैं और उसका पति खेतीहर मजदूर है।
कैसे हुआ हादसा?
अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह यह ब्लास्ट सोलर एक्सप्लोसिव कंपनी में कास्ट बूस्टर प्लांट में पैकिंग के वक्त हुआ। सोलर इंडस्ट्रीज के प्रबंधक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि विस्फोट के समय कर्मचारी कोयला खदानों में इस्तेमाल होने वाले बूस्टर बना रहे थे। कंपनी को खाली करवा लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सोलर इंडस्ट्रीज में यंत्र इंडिया लिमिटेड जैसे रक्षा कारखानों के लिए गोलाबारूद बनाने का काम होता है।
Published on:
17 Dec 2023 08:08 pm
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