
सावरकर गौरव यात्रा पर संजय राउत ने दी प्रतिक्रिया
Shiv Sena Bhawan: चुनाव आयोग (Election Commission) के फैसले के बाद शिवसेना (Shiv Sena) नाम और उस का चुनाव चिह्न ‘धनुष-बाण’ एकनाथ शिंदे गुट का हो चुका है। हालांकि अब राज्यभर के शिवसैनिकों में असमंजस की स्थिती देखी जा रही है. दरअसल आयोग ने अपने निर्णय में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले धड़े को असली शिवसेना के तौर पर मान्यता दे दी है। इस वजह से यह निश्चित माना जा रहा है कि शिवसेना भवन, हर जिले, गांवों में शिवसेना के कार्यालय, पार्टी की संपत्ति सब कुछ एकनाथ शिंदे यानी शिवसेना प्रमुख की होगी।
इस वजह से सवाल खड़े हो रहे है कि अब उद्धव ठाकरे गुट के शिवसैनिक कहां बैठेंगे और आगे की रणनीति कैसे तय करेंगे। हालांकि इसको लेकर दोनों खेमों के समर्थकों में झड़प होने की भी खबरें सामने आ रहीं है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी गुट के समर्थक चुनाव आयोग के फैसले के बाद रत्नागिरी जिले के दापोली में शिवसेना कार्यालय को लेकर आपस में भिड़ गए। यह भी पढ़े-उद्धव ठाकरे आगे क्या करेंगे? मंथन के लिए मातोश्री पर बुलाई आपात बैठक, MP-MLA रवाना
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने दापोली में शिवसेना की शाखा को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की, जिसके कारण झड़प हुई। जिससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया. हालांकि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्थिति पर काबू पा लिया।
मीडिया कर्मियों को शनिवार को संबोधित करते हुए शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने सख्त टिप्पणी की और दावा किया कि शिवसेना भवन, शाखा, संपत्ति हमारी है। राउत ने कहा, मुंबई स्थित शिवसेना भवन सहित राज्यभर में शिवसेना की सभी शाखाएं कहीं नहीं जाएंगी। शिवसैनिक वहीं बैठेंगे। वहीं बैठकर अपना काम करेंगे। संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे ही हमारे सेनापति हैं।
Published on:
18 Feb 2023 02:14 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
