
मुंबई में मंत्रालय में किसानों का बड़ा विरोध प्रदर्शन, इमारत से सुरक्षा जाल पर कूदे
Farmers Protest At Mantralaya: महाराष्ट्र में अपर वर्धा बांध परियोजना से प्रभावित किसान आक्रामक हो गए हैं। कुछ प्रभावित किसानों ने मंगलवार दोपहर में मुंबई स्थित मंत्रालय भवन के सुरक्षा जाल पर कूदकर विरोध प्रदर्शन किया। लगभग 20 से 25 लोग सुरक्षा जाल पर कूद गए और ‘हमें न्याय दो’ के नारे लगाने लगे। इस घटना से मंत्रालय में मौजूद लोगों व सुरक्षाकर्मियों में खलबली मच गयी।
जानकारी के मुताबिक, आज दोपहर में विदर्भ क्षेत्र के अमरावती के किसान अपनी जमीन के लिए उचित मुआवजे की मांग को लेकर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने मंत्रालय भवन पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शनकारी मंत्रालय भवन की पहली मंजिल पर लगाए गए सुरक्षात्मक जाल पर कूद गए। पुलिस उनके खिलाफ उचित कार्रवाई कर रही है। कुछ किसानों को हिरासत में लेकर मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। यह भी पढ़े-मोबाइल ने मां-बाप से किया दूर.. प्यार में पड़कर भाग रहीं लड़कियां- महाराष्ट्र महिला आयोग चीफ का दावा
महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण मंत्री दादाजी भुसे (Dadaji Bhuse) घटना के समय मंत्रालय भवन के अंदर मौजूद थे। उन्होंने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी किसानों को शांत करने की कोशिश की। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने शिवसेना नेता भुसे को अपनी विभिन्न मांगों के बारे में बताया।
मंत्रालय में कई मंत्री थे मौजूद
किसानों ने जब मंत्रालय में प्रदर्शन शुरू किया तो कई मंत्री अपने केबिन में बैठे थे। शोर-गुल सुनकर वे भी अपनी कुर्सियां छोड़कर मौके पर पहुंचे। इस दौरान सार्वजनिक निर्माण मंत्री दादाजी भुसे ने बीच-बचाव की कोशिश की। तब तक पुलिस ने भी हस्तक्षेप किया और प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा जाल से बचाकर हिरासत में ले लिया।
खबर है कि बांध पीड़ित पिछले कई दिनों से सरकार से न्याय की मांग कर रहे थे, जिसके लिए उन्होंने अमरावती में भी प्रदर्शन किया था। लेकिन जब शासन-प्रशासन ने उनकी बातें नहीं सुनी तो किसानों ने आक्रामक रुख अपनाया और आज सीधे मंत्रालय में ही विरोध प्रदर्शन किया।
15 दिनों में करेंगे समाधान- CM
मंत्रालय में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "मैंने आज किसानों को यहां बुलाया था। उनकी राज्य मंत्री दादा भूसे के साथ बैठक हुई है। 15 दिनों में उनकी समस्याओं की समीक्षा कर समाधान निकाला जाएगा।"
क्या है मामला?
मंगलवार (29 अगस्त) सुबह से ही मंत्रालय में मेडिकल कैंप चल रहा था। इसलिए कई किसान मंत्रालय पहुंचे थे। लेकिन अचानक कुछ किसान मंत्रालय के सुरक्षा जाल पर कूद गए। प्रदर्शनकारियों ने जाली पर से पर्चे फेंकना शुरू कर दिया। इससे मंत्रालय में हड़कंप मच गई।
बताया जा रहा है कि किसान पिछले 103 दिनों से अपनी मांगों को सरकार तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे थे। अपर वर्धा परियोजना के लिए कई किसानों ने अपनी जमीन सरकार को दी है। लेकिन इन किसानों का कहना है कि उन्हें अभी तक सरकार से मिलने वाली मुआवजे की रकम नहीं मिली है। किसानों की यह भी मांग है कि उनके बच्चों को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।
आत्महत्या की धमकी दी
आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि वह पिछले कई दिनों से अपनी मांग को लेकर मंत्रालय आ रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। किसानों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर कल तक उनसे सरकार बात नहीं करती है तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
Published on:
29 Aug 2023 05:19 pm
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