
महाराष्ट्र MahaVitran में हर महीने 10 करोड़ की बिजली चोरी, कई इलाकों में बिजली माफिया सक्रिय
मुंबई. वसई-विरार क्षेत्र में बिजली माफिया सक्रिय हैं। इस कारण राज्य सरकार की कंपनी महावितरण को हर महीने 10 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो रहा है। वसई डिवीजन में कुल 8 लाख 56 हजार वैध बिजली उपभोक्ता हैं। लेकिन, बिजली माफियाओं के घालमेल से शहर में बड़ी मात्रा में बिजली चोरीहो रही है। बिजली माफिया अवैध रूप से मीटरों में हेराफेरी और बिजली लाइनों पर नंबर छिपा कर बिजली सप्लाई कर रहे हैं। इससे महावितरण को आर्थिक नुकसान हो रहा है। वसई-विरार के लिए महावितरण की ओर से 315 करोड़ यूनिट बिजली वैध उपभोक्ताओं को मुहैया कराई जा रही है।
1.75 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला गया...
विदित हो कि माफियाओं की सक्रियता से बिजली चोरी में प्रति माह 15 से 20 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ता है। सूत्रों के मुताबिक कुल खपत की आठ प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है। इस हिसाब से महावितरण को 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिजली चोरी हो रही है। इस चोरी को रोकने के लिए महावितरण ने कमर कस ली है। इसे रोकने के लिए, महावितरण ने बिजली नियंत्रण दस्ते का गठन किया है। इस दस्ते ने तीन महीने में 500 से ज्यादा बिजली चोरी के मामलों का खुलासा किया है। इस कार्रवाई के तहत 1.75 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला गया है।
दोषियों पर कार्रवाई
नालासोपारा पूर्व में संतोष भुवन, धानिव बाग और नायगांव में बिजली की चोरी अधिक मात्रा में हो रही है। इसलिए महावितरण की व्यवस्था और चौकस बनाई जा रही है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बिजली चोरी रोकने के उपाय के निर्देश दिए गए हैं। जो भी लोग बिजली चोरी करते हुए पकड़े जा रहे हैं, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है।
रफीक शेख, मुख्य अभियंता
Updated on:
08 Sept 2019 03:03 pm
Published on:
07 Sept 2019 04:12 pm
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