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पंचतत्व में विलीन हुए ‘जोशी सर’, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, देखें तस्वीरें

Manohar Joshi Funeral: शिवसेना के पहले मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी का आज तड़के निधन हुआ।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Feb 23, 2024

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अलविदा मनोहर जोशी

Manohar Joshi Last Rites in Mumbai: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी का शुक्रवार शाम में मुंबई स्थित दादर श्मशान भूमि में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। उनके पुत्र उन्मेष जोशी ने मुखाग्नि दी। इससे पहले 86 वर्षीय जोशी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, शिवसेना (युबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर जोशी का आज तड़के 3 बजे दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। जोशी परिवार की ओर से कहा गया कि मनोहर जोशी का लंबे समय तक उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद निधन हो गया। शिवसेना के वरिष्ठ नेता का पार्थिव शरीर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए उनके माटुंगा स्थित आवास पर रखा गया। फिर ‘जोशी सर’ की अंतिम यात्रा शुरू हुई। शाम में शिवाजी पार्क श्मशान में मनोहर जोशी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यह भी पढ़े-बाल ठाकरे के बेहद करीबी थे मनोहर जोशी, एक फरमान पर छोड़ा CM पद, फिर क्यों बढ़ी मातोश्री से दूरी?

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी- शरदचंद्र पवार के प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कट्टर शिवसैनिक मनोहर जोशी को अंतिम पुष्पांजलि अर्पित की। मनोहर जोशी को उनके आवास पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

कट्टर शिवसैनिक मनोहर जोशी का 1976 से शुरू हुआ राजनीतिक सफर आज थम गया है। महाराष्ट्र ने जुझारू नेता व मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जोशी के निधन से शोक की लहर दौड़ पड़ी। उन्होंने पार्षद, महापौर, विधायक, विपक्ष के नेता, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद के तौर पर अपनी सियासी यात्रा पूरी की। उनका स्वाभाव शांत, संयमित था, उन्हें वाइट कॉलर नेता के रूप में जाना जाता था। सभी प्यार से उन्हें ‘जोशी सर’ कहते थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर जोशी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। जोशी साल 2002 से 2004 तक लोकसभा अध्यक्ष भी रहे थे। पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर जोशी ने राज्य की प्रगति के लिए अथक प्रयास किये थे। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, हमारी संसदीय प्रक्रियाओं को अधिक जीवंत और सहभागी बनाने का प्रयास किया।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक एक्स पोस्ट में लिखा, “मनोहर जोशी जी के निधन से मुझे दुख हुआ है। वे एक अनुभवी नेता थे, जिन्होंने सार्वजनिक सेवा में वर्षों का समय बिताया और नगरपालिका, राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न जिम्मेदारियां निभाईं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने राज्य की प्रगति के लिए अथक प्रयास किये। केंद्रीय मंत्री के रूप में भी उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया। मनोहर जोशी जी ने लोकसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान हमारी संसदीय प्रक्रियाओं को अधिक जीवंत एवं सहभागी बनाने का प्रयास किया। मनोहर जोशी जी को एक विधायक के रूप में उनकी कर्मठता के लिए भी स्मरण किया जाएगा, उन्हें चारों विधानमंडलों में सेवा करने का गौरव प्राप्त हुआ। उनके परिवार तथा समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ॐ शांति।"


वहीँ, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष जोशी के निधन पर वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, "मनोहर जोशी अब हमारे बीच नहीं रहे...यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है क्योंकि उनके नेतृत्व में लोकसभा अध्यक्ष के रूप में उनकी दी हुई श्रेष्ठ परंपराएं मुझे हमेशा प्रेरणा देते हैं..."

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, “मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि क्या हुआ। वह बाला साहेब ठाकरे के काफी करीबी थे। उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के आदर्श महाराष्ट्र के दृष्टिकोण में महान योगदान दिया। वह बहुत धैर्यवान और सुसंस्कृत व्यक्तित्व थे... महाराष्ट्र की राजनीति में उनका योगदान बहुत बड़ा रहा है... उनके साथ काम करना और उन्हें जानना सम्मान की बात थी...।“


महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "आज हम सभी के लिए बहुत दुख की बात है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी का दुखःद निधन हो गया है। मनोहर जोशी महाराष्ट्र की राजनीति में एक ऐसे राजनेता थे जिनके पार्टी के परे सभी लोगों से संबंध थे....महाराष्ट्र की राजनीति में मुख्यमंत्री के तौर पर उनका जो योगदान है इसे हम नहीं भुला सकते...उनके जाने से महाराष्ट्र की राजनीति को एक बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"