
मनोज जरांगे पर एफआईआर
मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation) के उग्र होने के बाद महाराष्ट्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने मनोज जरांगे पाटील के खिलाफ बीड में दो मामले दर्ज किये है। मराठा आरक्षण के लिए प्रदर्शन करने वाले मराठों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। खबर है कि यह कार्रवाई बिना अनुमति के रास्ता रोको आंदोलन करने वालों के खिलाफ की जा रही है।
इससे पहले पुलिस ने मराठा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे। हालांकि, सोमवार को पहली बार सीधे मनोज जरांगे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। राज्य सरकार द्वारा कल से अब तक लगभग 1041 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 425 मामले मराठवाडा में दर्ज किये गये हैं। यह भी पढ़े-मराठा आरक्षण आंदोलन में फिर भड़की हिंसा, फूंकी बस, जालना में लगा कर्फ्यू, इंटरनेट ठप
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे के खिलाफ बीड के शिरूर और अमनेर में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने जरांगे के खिलाफ लोगों को रास्ता रोकने के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
पिछले हफ्ते मनोज जरांगे ने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार कुनबी मराठों के 'रक्त संबंधियों' पर मसौदा अधिसूचना को लागू करे नहीं तो मराठा समुदाय राज्यभर में अहिंसक तरीके से रास्ता रोको आंदोलन करेंगे। इसके मुताबिक पिछले शनिवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में मराठा प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम किया। यह भी पढ़े-मराठा आरक्षण: सरकार के तेवर देख मनोज जरांगे ने तोड़ा अनशन, बीजेपी भी आक्रामक
बता दें कि महाराष्ट्र विधानमंडल ने एक-दिवसीय विशेष सत्र के दौरान सर्वसम्मति से एक अलग श्रेणी के तहत शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला विधेयक पारित किया। लेकिन जरांगे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग पर अड़े हुए हैं। जरांगे का कहना है कि मराठा समुदाय को 10 प्रतिशत आरक्षण देने वाला विधेयक कोर्ट में टिक नहीं पाएगा।
Published on:
26 Feb 2024 06:00 pm
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