
मनोज जरांगे पर एफआईआर
Maratha Quota Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा सुलझता नहीं दिख रहा है। अलग से मराठा कोटा के लिए मराठा समुदाय मनोज जरांगे के नेतृत्व में लंबे समय से संघर्ष कर रहा है। आने वाले दिनों में मराठा आरक्षण आंदोलन तेज होने वाला है। मनोज जरांगे ने शिंदे सरकार को अल्टीमेटम दिया है और स्पष्ट कहा है कि अगले दो दिनों में अगर आरक्षण लागू नहीं किया गया तो वह तीव्र आंदोलन करेंगे।
युवक ने खाया जहर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नांदेड के एक युवक ने मराठा आरक्षण के लिए चरम कदम उठाया है। मराठा आरक्षण की मांग करते हुए युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। युवक के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नांदेड के हदगांव तालुका के वडगाव के शुभम सदाशिव पवार ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक ने आत्महत्या से पहले लिखे कथित सुसाइड नोट में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग की है। यह भी पढ़े-मुंबई: मराठा आरक्षण के लिए गले में फंदा डालकर फ्लाईओवर से कूदा शख्स, दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल
खत्म हो रही डेडलाइन
इस बीच, मराठा आंदोलन के प्रमुख नेता मनोज जरांगे पाटिल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अगली रणनीति का खुलासा किया। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को 24 अक्टूबर तक का समय दिया है। मराठा समुदाय को आरक्षण के लिए कुनबी प्रमाणपत्र देने की की डेडलाइन मंगलवार को समाप्त हो रही है। लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण लागू करने की दिशा में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
मुंबई में फ्लाईओवर पर लगाई फांसी!
इससे पहले गुरुवार को मराठा कोटा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक शख्स ने मुंबई के फ्लाईओवर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जालना के 45 वर्षीय सुनील कावले ने व्यस्त फ्लाईओवर पर लगे खंभे से झूलकर जान दे दी थी। इस घटना का विक्षुब्ध करने वाला वीडियो भी सामने आया। जिसमें सुनील का शव बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एक फ्लाईओवर से झूलता दिख रहा है।
मनोज जरांगे ने दी चेतावनी
मनोज जरांगे ने जालना जिले के अंतरवाली सराटी में रविवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने साफ कहा कि अगर 24 अक्टूबर तक मराठा आरक्षण की घोषणा नहीं की गई तो वह 25 अक्टूबर से अपनी भूख हड़ताल फिर से शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि इस भूख हड़ताल के दौरान वह कोई इलाज नहीं कराएंगे और पानी भी नहीं पिएंगे। उन्होंने लोगों से आत्महत्या जैसे चरम कदम न उठाने का आग्रह करते हुए विश्वास जताया कि शांतिपूर्ण विरोध मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाएगा।
इस दौरान जरांगे ने कहा हर तालुका और हर गांव में बड़ी संख्या में मराठा समुदाय को एक साथ आना है और कैंडल मार्च निकालना है। यह शांतिपूर्ण आंदोलन होगा। 28 अक्टूबर से हर गांव में भूख हड़ताल शुरू होगी। आंदोलन शुरू होने पर सरकार की नींद उड़ जाएगी। जरांगे ने घोषणा की कि किसी भी मंत्री, विधायक, सांसद, प्रशासनिक अधिकारी को गांव में आने नहीं दिया जायेगा। यह भी पढ़े-Maratha Andolan: ‘मराठों को आरक्षण दिलाये बिना नहीं मरूंगा’, डेडलाइन खत्म होने पर बोले मनोज जरांगे
Published on:
22 Oct 2023 06:32 pm
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