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30 को पुणे में ताकत दिखाएगा एमवीए, संयुक्त रैली में विपक्ष के आरोपों का देंगे जवाब

महाराष्ट्र: महानगर पालिकाओं के चुनाव से पहले शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस नेता होंगे शामिल एक मई को औरंगाबाद में राज ठाकरे की रैली

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30 को पुणे में ताकत दिखाएगा एमवीए, संयुक्त रैली में विपक्ष के आरोपों का देंगे जवाब

30 को पुणे में ताकत दिखाएगा एमवीए, संयुक्त रैली में विपक्ष के आरोपों का देंगे जवाब

मुंबई. महाराष्ट्र में सत्ताधारी महाविकास आघाडी (एमवीए) 30 अप्रेल को पुणे में अपनी ताकत दिखाएगी। एमवीए सरकार में शामिल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेता संयुक्त रैली में विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे। पुणे के अलका टाकीज चौक पर होने वाली जनसभा को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले सहित अन्य नेता संबोधित करेंगे। राज्य में मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) सहित कई महानगर पालिकाओं के आगामी चुनाव को देखते हुए यह रैली होगी। विपक्षी दल भाजपा लाउड स्पीकर विवाद, एमवीए के नेताओं-मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों, किसानों-गरीबों के हितों की उपेक्षा सहित तमाम मुद्दों पर उद्धव सरकार को घेरती रही है।

महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने तीन मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है। ऐसा नहीं होने पर मनसे मुखिया ने मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा पाठ की चेतावनी दी है। राज ठाकरे मुख्यमंत्री उद्धव के चचेरे भाई हैं। एमवीए की रैली के ही दिन मनसे की भी पुणे में बैठक है। इसमें राज ठाकरे शामिल होंगे। एक मई को औरंगाबाद में मनसे की जनसभा होने वाली है।

योगी की तारीफ, उद्धव को बताया 'भोगी'
मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटाने या उसकी आवाज कम करवाने के मामले में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। यूपी में धर्मस्थलों से 11 हजार लाउड स्पीकर हटाने और 33 हजार की ध्वनि कम करने के लिए राज ने सीएम योगी की सराहना की। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से महाराष्ट्र में कोई 'योगी' नहीं है। हमारे पास 'भोगी' हैं।

केंद्र के पाले में गेंद
मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटाने से जुड़े विवाद की गेंद महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र के पाले में डाल दी है। राज्य सरकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक केंद्र सरकार को दिशा-निर्देश (नियम) बनाने चाहिए। प्रदेश के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल का यह भी कहना है कि सभी धर्म स्थलों के लिए समान नियम लागू करना चाहिए।