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NCP में मान-मनौवल तेज! अजित पवार ने फिर चाचा शरद पवार से की मुलाकात, लेकिन नहीं बनी बात

Maharashtra Politics: मुलाकात के बाद प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, आज अजित पवार, पार्टी के विधायक हम सब शरद पवार का आशीर्वाद लेने के लिए यशवंतराव चव्हाण केंद्र आए थे।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jul 17, 2023

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प्रफुल्ल पटेल को NCP ने दिया राज्यसभा का टिकट

Ajit Pawar Meets Sharad Pawar: महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एनसीपी के संस्थापक शरद पवार को मनाने के लिए लगातार दूसरी बार उनसे मुलाकात की है। सोमवार दोपहर अजित पवार अपने गुट के बड़े नेताओं के साथ मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र पहुंच गए। रविवार की तरह ही आज भी अजित पवार खेमे के नेता अचानक शरद पवार से मिलने पहुंचे थे।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने आज भी भतीजे अजित पवार के खेमे की बात शांति से सुनी और कोई राय या निर्णय नहीं दिया। चर्चा है कि एनसीपी के वरिष्ठ मंत्रियों, विधायकों को साथ लेकर शरद पवार को मनाने की अजितदादा की योजना फिलहाल विफल हो गई है। यह भी पढ़े-एकनाथ शिंदे ने अपने पुराने बॉस उद्धव ठाकरे के खोले राज, कहा- एहसान फरामोश...

जानकारी के मुताबिक, शरद पवार, अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल की शुरुआत में यशवंतराव चव्हाण केंद्र में करीब आधे घंटे तक बैठक हुई। अजित पवार ने चाचा शरद पवार से अपने साथ आए नेताओं की बात सुनने का अनुरोध किया। शरद पवार ने शांति से इन सभी विधायकों की बात सुनी। हालांकि, इस पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

बैठक के बाद प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, आज अजित पवार, पार्टी के विधायक हम सब शरद पवार का आशीर्वाद लेने के लिए यशवंतराव चव्हाण केंद्र आए थे। कल अजित दादा के नेतृत्व में मंत्री आये थे। कल रविवार होने के कारण विधायक अपने क्षेत्र में थे। आज सत्र होने के कारण विधायक मुंबई में हैं। इसलिए हम शरद पवार का आशीर्वाद लेने का अवसर पाने के लिए यहां आए थे।

प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “जब जब पता चला कि शरद पवार दोपहर में यशवंतराव चव्हाण केंद्र आएंगे। तो हम यहां आ गये। उनसे मिलकर हम सभी ने आशीर्वाद लिया। उनसे कल की तरह आज भी पार्टी को एकजुट रखने का अनुरोध किया गया। शरद पवार ने हमारी बातें शांति से सुनीं। अभी मैं यह नहीं बता सकता कि उनके मन में क्या है। आज भी उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता हूँ।”

उल्लेखनीय है कि पवार ने अपने भतीजे एवं राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार के आठ विधायकों के साथ हाल में शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी को फिर से खड़ा करने की घोषणा की है। अजित पवार ने 2 जुलाई को उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि एनसीपी के आठ नेताओं ने मंत्री के तौर पर शपथ ली थी। शुक्रवार को अजित पवार को वित्त विभाग का प्रभार दिया गया, जबकि उनके खेमें को सहकारिता और कृषि जैसे अहम विभाग मिले। एनसीपी के दोनों खेमों यानी चाचा-भतीजे के बीच पार्टी की कमान पाने की जंग भी चल रही है, साथ ही मान-मनौव्वल की कोशिशें भी जारी हैं। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को कहा था कि बगावत करने वाले पार्टी नेताओं के लिए अभी भी वापस लौटने के दरवाजे खुले हुए है।