17 साल 8 महीने के नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। आज जब अग्रवाल को कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा था तो रास्ते में उन पर स्याही फेंकने की कोशिश की गई। हालांकि पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप किया और कुछ लोगों को हिरासत में लिया।
कोर्ट में पेशी के दौरान इंक अटैक
बताया जा रहा है कि वंदे मातरम संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं ने रियल एस्टेट कारोबारी विशाल अग्रवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया. जब अग्रवाल को पुलिस की वैन में अदालत लाया जा रहा था, तो कुछ लोगों ने ‘भारत माता की जय’, इंकलाब जिंदाबाद…’ के नारे लगाये और विशाल अग्रवाल पर स्याही फेंकने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
पुणे के कल्याणीनगर में रविवार तड़के लग्जरी कार ‘पोर्शे’ (Porsche) से हुए हादसे की चर्चा इस समय पूरे देश में हो रही है। इस भीषण हादसे में इंजिनियर अनीस अहुदिया (24) और इंजिनियर अश्विनी कोस्टा (24) की मौत हो गई थी। घटना के समय दोनों पीड़ित दोपहिया वाहन से दोस्तों के साथ पार्टी कर लौट रहे थे। इस हादसे का आरोपी विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा है। उसे पुलिस ने घटनास्थल से गिरफ्तार भी किया था। लेकिन नाबालिग होने की वजह से कुछ ही घंटों के भीतर उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने निबंध लिखने और यातायात नियम पढने जैसी मामूली शर्तों पर जमानत दे दी। इससे जनता में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी। विपक्ष ने पुलिस प्रशासन के साथ गृह मंत्रालय की भूमिका पर भी सवाल उठाए।
विवाद बढ़ा तो विशाल हुआ था फरार
इस बीच, नाबालिग आरोपी का पिता विशाल अग्रवाल फरार हो गया। पुलिस ने पूरे राज्य में उसकी तलाश शुरू कर दी। अंततः उसे छत्रपति संभाजीनगर से गिरफ्तार कर लिया गया। आज उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने विशाल अग्रवाल को 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।