26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रायगढ़ लैंडस्लाइड: इरशालवाडी में 36 घंटे से बचाव अभियान जारी, 16 शव बरामद, 119 ग्रामीण अब भी लापता

Raigad Landslide Update: आदिवासी गांव इरशालवाडी के कुल 228 ग्रामीणों में से करीब 16 के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 93 के बारे में पता लगाया जा चुका है। वहीं, 119 ग्रामीण अब भी लापता हैं।

2 min read
Google source verification

मुंबई

image

Dinesh Dubey

Jul 21, 2023

Raigad Irshalwadi Landslide News

इरशालवाडी गांव के 100 से ज्यादा लोग अभी भी लापता

Irshalwadi Landslide News: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर तहसील के इरशालवाडी गांव में हुए भूस्खलन में अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इरशालवाडी में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। दर्जनों ग्रामीणों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका हैं। इस भयावह घटना के 36 घंटे बाद भी गांव के 119 लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि NDRF और स्थानीय प्रशासन ने युद्ध स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया है और मलबा हटाने का काम जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि इरशालवाडी गांव में तलाश एवं बचाव अभियान आज सुबह साढ़े छह बजे से फिर शुरू किया गया। पहाड़ी ढलान पर स्थित इरशालवाडी गांव में बुधवार रात करीब 11 बजे भूस्खलन हुआ था। मलबे में अभी भी कई घर दबे हुए है। जबकि 16 लोगों के शव बरामद हुए है। गुरुवार को बचाव और खोज टीमों ने 21 लोगों को बचाने में कामयाबी पाई। मृतकों में एक से चार साल की उम्र के 4 बच्चे और 70 साल का एक बुजुर्ग शामिल है। यह भी पढ़े-रायगढ़ लैंडस्लाइड: पलक झपकते ही ‘मलबा’ बना इरशालवाडी गांव, किसी के माता-पिता तो किसी का पूरा परिवार दबा!

पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण खोज और बचावकर्मियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इरशालवाडी गांव दुर्गम इलाके में स्थित होने के कारण यहां भारी मशीनें ले जाना बहुत कठिन है। जबकि लगातार बारिश, कोहरा और तेज हवा ने मुसीबत और बढ़ा दी है। गुरुवार को मौसम ज्यादा ख़राब होने के बाद राहत और बचाव अभियान को रोकना पड़ा था।

अधिकारी ने बताया कि आदिवासी गांव इरशालवाडी के कुल 228 ग्रामीणों में से करीब 16 के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 93 के बारे में पता लगाया जा चुका है। वहीं, 119 ग्रामीण अब भी लापता हैं। भूस्खलन में गांव के लगभग 50 घरों में से 17 तबाह हो गए हैं।

हालांकि लापता ग्रामीणों में से बहुत से लोगों के समारोहों व धान रोपाई के काम से बाहर जाने की संभावना जताई जा रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), ठाणे आपदा मोचन बल (टीडीआरएफ), रायगढ़ पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुईं है। जबकि मलबे में दबे लोगों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों के एक दस्ते को भी बुलाया गया है।

एनडीआरएफ के अधिकारियों ने बताया कि आज भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र को जोन में बाटा जायेगा और स्थानीय लोगों की मदद से मलबे में लोगों की तालश की जाएगी। एनडीआरएफ इंस्पेक्टर राहुल कुमार रघुवंश ने कहा, "हम तीन प्रकार से तलाशी अभियान चला रहे हैं। हम यहां कुत्तों की मदद से लोगों को खोज रहे हैं। यह एक लंबा और चुनौतीपूर्ण अभियान है, लेकिन हम इसके लिए प्रशिक्षित हैं। कल सूचना मिलने के बाद हमारी चार टीमें मौके पर पहुंची है और खोज एवं बचाव अभियान चलाया।”