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लोकसभा चुनाव से पहले RSS ने अपने ट्रेनिंग कार्यक्रम में किया अहम बदलाव

RSS Training Program: यह बदलाव इसी साल से लागू हो जाएगा।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Mar 15, 2024

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लोकसभा चुनाव 2024 के ऐलान से ठीक पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने ट्रेनिंग कार्यक्रमों में अहम बदलाव किया। आरएसएस की वार्षिक अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा आज से नागपुर के स्मृति भवन परिसर में शुरू हुई।

आरएसएस के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सामग्री और शब्दावली में बदलाव किया गया है। यह बदलाव इसी साल से लागू किए जाएंगे। यह भी पढ़े-महाराष्ट्र में विपक्ष का सीट बंटवारा अटका, प्रकाश अंबेडकर बोले- MVA की बैठक में नहीं जाऊंगा


ट्रेनिंग कार्यक्रम में किया बदलाव

नागपुर में शुरू हुए संघ के वार्षिक 'अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा' सम्मेलन के दौरान एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए वैद्य ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग संघ का हिस्सा बनने के लिए आगे आ रहे हैं। यहां तक कि अल्पसंख्यक भी आरएसएस की शाखाओं और इसके कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि आरएसएस के सात दिवसीय ‘प्राथमिक शिक्षा वर्ग’, 20 दिवसीय ‘संघ शिक्षा वर्ग-प्रथम वर्ष’, 20 दिवसीय ‘संघ शिक्षा वर्ग-द्वितीय वर्ष’ और 25 दिवसीय ‘संघ शिक्षा वर्ग- तृतीय वर्ष’ प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बदलाव किए गए हैं।

आरएसएस नेता ने कहा कि नए संघ कार्यकर्ताओं के लिए तीन दिवसीय ‘प्रारंभिक वर्ग’ कार्यक्रम है। इसके बाद नए कार्यकर्ता ‘प्राथमिक शिक्षा वर्ग’ में शामिल होंगे, जिसके बाद 15 दिवसीय ‘संघ शिक्षा वर्ग’ कार्यक्रम होगा। इसे पहले ‘संघ शिक्षा वर्ग-प्रथम वर्ष’ कहा जाता था और इसकी अवधि 20 दिन होती थी।

17 हजार युवा प्रथम वर्ष में आ रहें

आरएसएस के संयुक्त महासचिव ने बताया कि संघ के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में युवा शामिल हो रहे हैं। हर साल 15,000 से 17,000 युवा ‘प्रथम शिक्षा वर्ग’ (प्रथम वर्ष कक्षा) में और लगभग एक लाख युवा ‘प्राथमिक शिक्षा वर्ग’ में भाग लेते हैं। इस साल से ‘संघ शिक्षा वर्ग’ (प्रथम वर्ष) का कार्यक्रम 15 दिन का कर दिया गया है।

5 दिन की होगी व्यवहारिक ट्रेनिंग

वैद्य ने आगे बताया कि ‘द्वितीय वर्ष’ और ‘तृतीय वर्ष’ के प्रशिक्षण वर्गों को अब क्रमशः ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-1’ और ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कहा जाएगा। प्रशिक्षुओं को 5 दिनों के लिए मैदान में ले जाकर व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 'तृतीय वर्ष' कक्षा की सामग्री में थोड़ा बदलाव किया गया है।