Mumbai Bhandup Accident: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में बारिश और बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो गई है। एनडीआरएफ की 18 टीमें और एसडीआरएफ की 6 टीमें राज्य के विभिन्न हिस्सों में तैनात हैं।
भारी बारिश के कारण मंगलवार को मुंबई की रफ्तार थम गई थी। मूसलाधार बारिश के कारण मुंबई और ठाणे के निचले इलाकों में कई फुट पानी भर गया। सड़कों पर नदी की तरह पानी बहने लगा। इस दौरान मुंबई की लाइफ-लाइन लोकल ट्रेनें भी ठप पड़ गई। हालत इतने बिगड़ गए कि स्कूल और दफ्तरों को बंद करना पड़ा। कुछ स्थानों पर लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआएफ को बुलाना पड़ा। इस कठिन परिस्थिति में राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विभिन्न स्थानों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुंबई और ठाणे में भारी बारिश और हालात का जायजा लेने के दौरान की तस्वीरें शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की है। इसको लेकर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बुधवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिवसेना उबाठा के नेता संजय राउत से एक पत्रकार ने सवाल पूछा कि जब शिंदे पूरे दिन मुंबई-ठाणे में घूमकर हालात देख रहे थे, तब आदित्य ठाकरे अपने निर्वाचन क्षेत्र वर्ली से बाहर क्यों नहीं निकले?
इस पर शिवसेना (ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने कहा, “आपको क्या पता? आप यहां बैठकर बातें कर रहे हैं। कल पूरी शिवसेना सड़क पर थी। ठाकरे ही असली शिवसेना हैं। उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे मुंबई ही नहीं बल्कि पूरे महाराष्ट्र में शिवसैनिकों को मदद के लिए सक्रिय कर रहे थे और व्यवस्था देख रहे थे। वर्ली उनका विधानसभा क्षेत्र है। वहां जाकर लोगों की देखभाल करना उनकी जिम्मेदारी है।”
एकनाथ शिंदे के शहरी विकास मंत्रालय पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा, “सबसे पहले जिम्मेदारी शहरी विकास मंत्री की है। इस पूरे मामले में शहरी विकास मंत्रालय को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। सरकार किसकी है? ठाकरे की नहीं है। सरकार तो शिंदे, फडणवीस और पवार की है।”
गौरतलब हो कि पिछले 4-5 दिनों में मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। 15 अगस्त से लेकर 19 अगस्त तक राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई, जबकि 10 लोग घायल हुए। इसके अलावा 11 पशुओं की भी मौत हुई।
महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राज्य में बारिश और बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। नांदेड़ ज़िले में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण 5 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में एनडीआरएफ की 18 टीमें और एसडीआरएफ की 6 टीमें तैनात की गई हैं। नांदेड़ ज़िले के मुखेड तालुका में एसडीआरएफ ने 293 लोगों को सुरक्षित बचाया है। पिछले 24 घंटों में बीड में 1 व्यक्ति की मौत, मुंबई में 1 की मौत और 3 लोग घायल हुए, जबकि नांदेड़ में 4 की मौत और 5 लोग लापता हैं।