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ठाकरे ब्रदर्स ने भाजपा के खिलाफ लड़ा पहला चुनाव, नहीं खुला खाता, BJP बोली- शून्य जोड़ने से शून्य ही बनता है

महाराष्ट्र में निकाय चुनावों से पहले ठाकरे भाईयों के लिए ‘बेस्ट कामगार क्रेडिट सोसायटी’ का चुनाव लिटमस टेस्ट की तरह था। लेकिन भाजपा के आगे उनका सूपड़ा साफ हो गया।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Aug 20, 2025

Raj Thackeray and Uddhav Thackeray unite

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे (Photo: IANS)

शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है। दोनों ठाकरे भाइयों ने पहली बार भाजपा के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन खाता तक नहीं खुल सका। शिवसेना (उबाठा) और मनसे ने मुंबई में बेस्ट एम्प्लॉईज को-ऑपरेटिव्ह क्रेडिट सोसायटी (BEST Election 2025) का चुनाव साथ लड़ा। इस चुनाव का बहुप्रतीक्षित नतीजा देर रात घोषित हुआ। लेकिन इस नतीजे ने ठाकरे ब्रदर्स को बड़ा झटका दिया है। उनके ‘उत्कर्ष पैनल’ को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हो पाई। इस हार के साथ ही ठाकरे की शिवसेना ने बेस्ट क्रेडिट सोसायटी में लगभग 9 साल पुराना कब्जा खो दिया है।

उद्धव गुट बोला- हम हैरान है

शिवसेना उद्धव गुट और मनसे के ‘उत्कर्ष पैनल’ को बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) से जुड़े कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में सभी 21 सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा है। ठाकरे गुट की बेस्ट कामगार सेना के अध्यक्ष सुहास सामंत ने कहा कि बेस्ट क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में भाजपा ने पैसों का जमकर उपयोग किया और इसी पैसों के चलते उनकी हार हुई। सभी 21 उम्मीदवारों की हार से हम हैरान है। वहीं, मनसे ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया गया है।

भाजपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) प्रसाद लाड ने इस चुनावों के लिए ‘सहकार समृद्धि’ पैनल बनाया था। सत्तारूढ़ महायुति का यह पैनल 7 सीटें जितने में कामयाब रहा। हालांकि यूनियन नेता शशांक राव के प्रतिद्वंद्वी पैनल ने सबसे ज़्यादा 14 सीटें जीतीं। वहीं, उद्धव गुट और मनसे एक भी सीट नहीं जीत सकी।

BJP ने कसा तंज

आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों (BMC Election) की पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे गुट और मनसे की राजनीतिक समीकरणों के लिए यह हार बड़ा धक्का मानी जा रही है। इस हार के बाद अब भाजपा ने ठाकरे भाईयों को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये (Keshav Upadhye) और भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके मनसे और शिवसेना (ठाकरे गुट) का मजाक उड़ाया है। उपाध्ये ने कहा कि शून्य को मिलाने पर शून्य ही आता है।

उन्होंने एक्स पर लिखा, “एक के पास खोने के लिए कुछ नहीं बचा है और दूसरे के पास पाने के लिए कुछ नहीं बचा है। ऐसे दो ‘शून्यों’ को जोड़ भी दिया जाए और उसके आगे कितने ही शून्य लगा दिए जाएं, तब भी उत्तर शून्य ही आता है। यह जवाब तो बिना पढ़े-लिखे बच्चे भी जानते हैं। अगर यह समझा नहीं गया तो क्या होगा... इसका जवाब जानना हो तो ‘बेस्ट कामगार क्रेडिट सोसायटी’ के चुनाव नतीजों को देखिए! कल तक दो शून्य अपनी कीमत आंकने की चुनौती दे रहे थे, आज उन्हें खुद ही अपनी कीमत का अंदाजा हो गया है!!”

क्यों अहम था यह चुनाव?

मुंबई महानगरपालिका (BMC) के उपक्रम बेस्ट के कर्मचारियों से जुड़ी इस हाई-प्रोफाइल सोसायटी के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ था। सभी 21 सीटों की मतगणना मंगलवार को शुरू हुई और देर रात तक जारी रही।

बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए ठाकरे भाईयों के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों के बीच हुआ। इस चुनाव के लिए शिवसेना (उबाठा) और मनसे ने ‘उत्कर्ष’ नाम का एक पैनल गठित किया था। इस पैनल में 21 सदस्य थे, जिनमें से शिवसेना (उबाठा) से 18, मनसे से दो और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संघ से एक सदस्य थे।

बेस्ट एम्प्लॉइज कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड में इस निकाय के मौजूदा और पूर्व कर्मचारी सदस्य हैं, जो निर्वाचक मंडल का गठन करते हैं। इस क्रेडिट सोसाइटी के 15,000 से ज़्यादा सदस्य हैं और वर्षों से इस पर बेस्ट कामगार सेना का दबदबा रहा है, जो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) से जुड़ी है।