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Akshay Shinde Encounter: फडणवीस के ‘बदला पूरा’ पोस्टर पर भड़की उद्धव सेना, पूछा- क्या आप कोर्ट से बड़े हैं?

Devendra Fadnavis : बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस हिरासत में एनकाउंटर की जांच सीआईडी ​​कर रही है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Sep 25, 2024

Devendra Fadnavis Badla Pura poster

Akshay Shinde Badlapur Encounter : महाराष्ट्र के बदलापुर में दुष्कर्म के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर में मारे जाने को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को सख्त टिप्पणी की और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये। कोर्ट ने कहा कि पहली नजर में गड़बड़ी लग रही है। अक्षय शिंदे के पिता की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने पुलिस से कड़े सवाल पूछे। कोर्ट ने कहा कि हम केवल सत्य जानना चाहते हैं। इस मामले की अगली सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद मुंबई और ठाणे में कथित तौर पर बीजेपी समर्थकों ने कई जगह होर्डिंग्स लगाए, जिसमें देवेंद्र फडणवीस की बंदूक के साथ तस्वीर है और लिखा हैं ‘बदला पूरा’ हो गया है। फडणवीस के इस पोस्टर में किसी पार्टी या नेता का नाम नहीं है, लेकिन इसको लेकर सियासत गरमा गई है।

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इस पर शिवसेना (UBT) नेता व प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, "मुंबई में कई जगहों पर होर्डिंग्स लगे हैं जिसमें देवेंद्र फडणवीस जो महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री हैं उनके हाथों में पिस्टल है और बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है, 'बदला पूरा'... अगर ये होर्डिंग्स उन्होंने (देवेंद्र फडणवीस) स्वयं लगाए हैं तो बताएं और यदि किसी और ने लगाए हैं तो भी स्पष्ट करें... अगर यह आपकी जगह किसी और ने लगाए हैं तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? होर्डिंग्स क्यों नहीं निकाले जा रहे हैं? और अगर आपने ये होर्डिंग्स लगाए हैं तो क्या आप हाईकोर्ट से भी बड़े हो गए?... तथ्य तो सामने आने ही चाहिए। इसकी जांच चल रही है। सब सामने आएगा लेकिन यह श्रेय लेने की कौन सी राजनीति है?..."

बता दें कि बुधवार दोपहर में जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण की पीठ ने सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र पुलिस से पूछा, जब आरोपी ने तीन गोलियां चलायी तो पुलिस वैन में मौजूद पुलिसकर्मी कहां थे… वह आसानी से उस पर काबू पा सकते थे। कोर्ट ने अक्षय के चेहरे पर गोली मारे जाने को लेकर भी सवाल खड़े किए। कोर्ट ने कहा कि इस बात पर यकीन करना मुश्किल है कि कोई साधारण व्यक्ति इतनी तेजी से पुलिस की रिवॉल्वर से फायरिंग कैसे कर सकता है।

पुलिस के मुताबिक, ठाणे जिले के बदलापुर के स्कूल में सफाईकर्मी के रूप में काम करने वाले अक्षय शिंदे को सोमवार को एक अन्य मामले की जांच के सिलसिले में तलोजा जेल से बदलापुर ले जाया जा रहा था। पुलिस वाहन जब मुंब्रा बाईपास के पास पहुंचा, तो आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस वाहन में एक अधिकारी की रिवॉल्वर छीन ली और तीन गोलियां चलाईं। एक गोली सहायक पुलिस निरीक्षक निलेश मोरे को लगी। इसके जवाब में वाहन में मौजूद दूसरे अधिकारी ने शिंदे पर गोली चलाई, जिससे उसकी मौत हो गई।  

फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाते हुए अक्षय शिंदे के पिता अन्ना शिंदे ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने एनकाउंटर की जांच एसआईटी (SIT) से कराने की मांग की। अन्ना शिंदे ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके बेटे को फर्जी मुठभेड़ में मारा है। फिलहाल इस मामले की जांच सीआईडी कर रही है।

बता दें कि अक्षय शिंदे (24) ने कथित तौर पर दो बच्चियों का बदलापुर के स्कूल के शौचालय में यौन उत्पीड़न किया था। यह घटना 13 अगस्त को हुई थी, जबकि पीड़ित परिवार ने 16 अगस्त को घटना की जानकारी पुलिस को दी। आरोपी को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।