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इंडिया गठबंधन को बचाना है तो… उद्धव गुट की कांग्रेस को नसीहत, तनातनी बढ़ी

Sanjay Raut on INDIA Alliance : हाल ही में संजय राउत ने दावा किया था कि कांग्रेस की निष्क्रियता की वजह से आम चुनाव के बाद से इंडिया गठबंधन की कोई बैठक नहीं हुई।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Jan 14, 2025

महाराष्ट्र में महाविकास अघाडी (MVA) में टेंशन बढ़ती जा रही है। दरअसल शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत एमवीए के घटक दल कांग्रेस को लगातार घेर रहे है। इंडिया गठबंधन के टूटने की कगार पर पहुंचने के लिए राउत कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि अब कांग्रेस नेता भी उद्धव गुट के नेता पर पलटवार कर रहे हैं।

मुंबई से कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि संजय राउत को अपनी पार्टी का निर्णय लेना चाहिए। उन्हें शिवसेना (यूबीटी) पर ध्यान देना चाहिए। इंडिया गठबंधन से जुड़ी बातें उन्हें सार्वजनिक मंच पर नहीं कहनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस संजय राउत के बयानों पर ध्यान नहीं देती है।

मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा, "...इंडिया गठबंधन को मजबूत होना चाहिए... उमर अब्दुल्ला ने जो बात कही कि इंडिया गठबंधन लोकसभा के लिए बना था, मैं ऐसा नहीं मानता हूं। यह गठबंधन जरूर लोकसभा के लिए बना था और हम अच्छे से लड़े भी हालांकि उसके बाद इंडिया गठबंधन की कोई बैठक नहीं हुई, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।“

राज्यसभा सांसद राउत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “यह जिम्मेदारी गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका में होने के कारण कांग्रेस की है... आने वाले दिनों में अगर इंडिया गठबंधन को बचाना है या उसे ताकतवर बनाना है तो सबसे पहले संवाद होना जरूरी है। तभी बात बन सकती है।"

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रविवार को संजय राउत ने कहा था कि उनकी पार्टी अपना आधार मजबूत करने के लिए स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ना चाहती है।

विपक्षी गठबंधन की एकता पर सवाल उठाते हुए राउत ने कहा, ‘‘एमवीए का गठन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए और इंडिया गठबंधन का गठन लोकसभा चुनाव के लिए किया गया था। स्थानीय निकाय चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए हैं।’’

हालांकि राउत ने यह भी कहा कि उन्होंने या उनकी पार्टी ने कभी भी विपक्षी गठबंधन इंडिया या महाविकास आघाडी (एमवीए) को भंग करने की मांग नहीं की।  

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024  में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने राज्य की 288 सीट में से 230 सीट जीत ली थीं। वहीं, एमवीए 46 सीट पर सिमट गई। एमवीए में शामिल शिवसेना (उद्धव गुट), कांग्रेस और एनसीपी (शरद चंद्र पवार) ने क्रमशः 20, 16 और 10 सीट पर जीत दर्ज की।