सोमैया स्कूल की प्रिंसिपल परवीन शेख ने अपने पद से इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है। शेख ने आरोप लगाया है कि उनसे स्कूल प्रबंधन ने पद छोड़ने के लिए कहा है और ऐसा नहीं करने पर मुझ पर दबाव बनाया जा रहा है। शेख ने दावा किया है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस स्कूल को आगे ले जाने में उन्होंने शत प्रतिशत प्रयास किया है।
क्या है आरोप?
मिली जानकारी के मुताबिक, एक वेबसाइट ने हाल में एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी कि जिसमें दावा किया गया था कि परवीन शेख ने एक्स अकाउंट से पिछले कुछ दिनों में फिलिस्तीन और हमास के प्रति सहानुभूति दिखाने वाले कई पोस्ट को लाइक और कमेंट किया था। उन्होंने बीजेपी, पीएम मोदी और हिंदू धर्म के अपमान से जुड़े पोस्ट को भी लाइक किया है। यह मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने परवीन शेख से इस्तीफा देने को कहा है। साथ ही स्कूल प्रबंधन ने उनसे कहा कि यह फैसला उनके लिए भी कठिन है। वह पिछले 12 सालों से इस स्कूल में काम कर रही हैं और पिछले 7 साल से स्कूल की प्रिंसिपल हैं।
बताया जा रहा है कि 24 अप्रैल को प्रिंसिपल परवीन शेख से जुड़ी खबर प्रकाशित होने के बाद 26 अप्रैल को स्कूल प्रबंधन ने बैठक बुलाई और उन्हें इस्तीफा देने को कहा। लेकिन शेख ने जब कुछ दिन बीत जाने के बाद भी इस्तीफा नहीं दिया तो उन पर पड़ छोड़ने के लिए दबाव डाला जाने लगा।
परवीन शेख ने कहा, मैं लोकतांत्रिक देश में रहती हूं और मुझे मुझे बोलने की आजादी है। सोमैया स्कूल की राजनीतिक विषयों पर सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करने को लेकर कोई नीति नहीं है। उन्होंने कहा, मार्च में हुई एक बैठक में यह स्पष्ट किया गया था कि स्कूल कर्मचारियों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति है।
उधर, स्कूल प्रबंधन ने इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया और स्कूल के प्रवक्ता ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।