
मनपा और पुलिस के खिलाफ व्यापारियों ने खोला मोर्चा
कल्याण. ढाई महीने से लॉक डाउन की मार झेल रहे झुंझाराव मार्केट के ७० व्यापारी आदेश मिलने के बाद भी दुकान नहीं खोल पा रहे हैं। मार्केट बंद है और लोग देखकर वापस जा रहे हैं। बताया जाता है कि मनपा प्रशासन और स्थानीय पुलिस की आपसी तालमेल के अभाव में अनाजमंडी सहित झुंझाराव मार्केट के करीब ७० दुकानों के व्यापारी अभी भी सड़क पर हैं। पहले से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे कुछ दुकानदार तो अन्य जगहों पर शिप्ट हो गए हैं। प्रशासन की कार्य शैली का विरोध कर रहे विशाल पेपरमार्ट के मनोज गाला, विपुल ट्रेडिंग के विनय शहा, श्रीकृष्ण अगरबत्ती के राजू सूचक,जलाराम ट्रेडिंग के विपुल कारिया,पायल फरसाण के पीयूष सूचक, हितेश ट्रेडर्स के दिलीप शहा, एच.के.प्लास्टिक के हरीश भानुशाली, जयअंबे फरसाण मार्ट के अमित ठक्कर, मातोश्री स्टेशनरी के आशीष तन्ना,भक्ति बुक डिपो के बलदेव पटेल,पारस प्लास्टिक के हर्षद भाई शहा, पारस इलेक्ट्रिक के धर्मेन्द्र गांधी, शुभम जनरल स्टोर्स के बलदेव पटेल आदि व्यापारियों ने कहा कि मनपा प्रशासन दोहरी भूमिका अपना रही है जिसके कारण हम सब व्यापारी परेशान हैं।
दुकानें बंद कर सड़कों पर उतरे व्यापारी
व्यापारियों ने कहा कि अन्य परिसर में सम-विसम के आधार पर एक दिन एक साइड और दूसरे दिन दूसरी तरफ की दुकानें खुल रही हैं मगर जब हम लोग दुकानें खोलते हैं तो पुलिस आकर बंद करा देती है। जबकि कल्याण में पी १ और पी २ के तहत सभी दुकानों को खोलने की बकायदा इजाजत दी गई है। फिर भी मनपा प्रशासन और पुलिस विभाग दबाव बनाकर दुकानें बंद करवा देती हैं। इस मामले में एमएफसी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नारायण बनकर ने कहा कि मार्केट खुलवाना और बंद करना मनपा का काम है। पुलिस तो कानून व्यवस्था बनाये रखने का काम करती है।
Published on:
09 Jun 2020 06:34 pm
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