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उद्धव और राज साथ लड़ेंगे निकाय चुनाव, मुस्लिम बहुल इलाकों पर ठाकरे की शिवसेना की नजर, मनसे की झोली में कितनी सीटें?

BMC Election : मुंबई नगर निगम यानी बीएमसी पर कब्जे के लिए ठाकरे भाईयों और भाजपा नीत महायुति के बीच सबसे कड़ा मुकबला होने की संभावना है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Sep 22, 2025

Raj Thackeray and Uddhav Thackeray unite

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे (Photo: IANS)

Maharashtra Civic Polls: महाराष्ट्र में निकाय चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच खबर है कि उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के बीच स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सहमति बन गई है और अब सीटों के बंटवारे पर बातचीत चल रही है।

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) व अन्य जगहों पर उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (उबाठा) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) मिलकर चुनाव लड़ेगी। शिवसेना (उबाठा) और मनसे मुंबई (BMC Election) में अपने-अपने गढ़ों में सीट का बंटवारा बराबर-बराबर कर सकती हैं। जबकि महानगर के बाकी हिस्सों के लिए 60:40 का फार्मूला अपनाया जा सकता है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे के बीच गठबंधन फाइनल हो गया है और अब सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकि है। फिलहाल दोनों दलों के शीर्ष नेता अपने-अपने दावे वाली सीटों की सूची तैयार कर रहे है।

मनसे के एक नेता ने कहा कि विवाद का केंद्र वे इलाके हैं जहां शिवसेना (उबाठा) और मनसे दोनों का प्रभाव है। इसलिए दादर-माहिम, लालबाग-परेल-सिवरी, विक्रोली, डिंडोशी, घाटकोपर पश्चिम, दहिसर और भांडुप जैसे गढ़ों वाली सीट बराबर-बराबर बांटी जा सकती हैं। ये वे इलाके हैं जहां दोनों का प्रभाव है। जबकि शहर के बाकी हिस्सों में अनुपात 60:40 रहने की संभावना है, जिसमें 60 प्रतिशत सीट शिवसेना (उबाठा) को और शेष 40 प्रतिशत हमें मिलेंगी।

मुंबई के कई मराठी भाषी क्षेत्रों में शिवसेना (उबाठा) और मनसे का प्रभाव लगभग समान है। वहीँ, राज्य के बाकी हिस्सों में दोनों दल एक-दूसरे की ताकत के आधार पर फैसला लेंगे। शिवसेना (उबाठा) और मनसे का ठाणे, नासिक और कल्याण-डोंबिवली क्षेत्र में प्रभाव है। वहीँ, मुस्लिम बहुल क्षेत्रों की सीट पर भी उद्धव की शिवसेना के चुनाव लड़ने की संभावना है।

कहा जा रहा है कि औपचारिक गठबंधन की घोषणा दिवाली के आसपास हो सकती है। उसी दौरान नगर निगम चुनाव के पहले चरण के होने की उम्मीद है।

पिछले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि 2022 से लंबित राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी 2026 तक पूरे किए जाएं। वहीं, पहले के आदेश का पालन न करने के लिए महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग की खिंचाई भी की। इस बार शीर्ष कोर्ट ने चुनाव कराने को लेकर कई अहम निर्देश भी दिए है।

गौरतलब हो कि बीएमसी देश का सबसे अमीर नगर निकाय है। बीएमसी ने 2025-26 के लिए 74,000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट पेश किया। बीएमसी पर दो दशक से अधिक समय तक अविभाजित शिवसेना का वर्चस्व रहा है। मुंबई में 227 नगर निगम वार्ड हैं।