महाराष्ट्र कैबिनेट बैठक पर राज्य के मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा “इस बैठक में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई, कैबिनेट में सिर्फ एजेंडा पर जो चीज़े थी वो मंजूर हो गए और कुछ मुद्दें बाकी हैं तो शायद कल उस पर चर्चा हो।” वहीँ, मंत्री असलम शेख ने कहा “कैबिनेट बैठक में महाराष्ट्र में बारिश कम होने, पानी की कटौती, कहीं पर बारिश ज्यादा हुई, कोरोना के मामले, कृषि समेत महाराष्ट्र से संबंधित सभी मुद्दों पर अच्छी चर्चा हुई। इसमें कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है।“
इस बीच खबर है कि शिवसेना के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे की अगवाई वाले बागी खेमे के कुल नौ विधायकों ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिखकर यह सूचित करने का फैसला लिया है कि उन्होंने महा विकास अघाड़ी सरकार (MVA) से अपना समर्थन वापस ले लिया है। सूत्रों ने बताया कि इन विधायकों में प्रहार पार्टी के राजकुमार पटेल और निर्दलीय विधायक आशीष जायसवाल, राजेंद्र येद्रावकर, नरेंद्र बोंडेकर, मंजुला गावित, गीता जैन, विनोद अग्रवाल और चंद्रकांत पाटिल शामिल हैं।
गौरतलब हो कि शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने रुख में नरमी दिखाते हुए आज गुवाहाटी में डेरा डाले हुए अपनी पार्टी के बागी विधायकों से वापस लौटने और साथ बैठकर चर्चा करने की अपील की। शिवसेना प्रमुख ने कहा ठाकरे ने कहा, “आप में से कई हमारे संपर्क में हैं और अभी भी शिवसेना से दिल से जुड़े हुए हैं। कई विधायकों के परिवारों ने भी हमसे संपर्क किया है और अपनी भावनाओं से हमें अवगत कराया है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि शिवसेना परिवार के मुखिया के रूप में उन्होंने उनके विचारों का सम्मान किया है और वे अपने दिल से यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अभी तक कोई भी पार्टी से बाहर नहीं है। बता दें कि 21-22 जून की रात को एमवीए सरकार के सामने तब संकट की स्थिति पैदा हो गई, जब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकांश विधायक राज्य के बाहर चले गए।