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मातोश्री के बाहर गरजे उद्धव ठाकरे, कहा- महाशिवरात्रि के दिन धनुष-बाण हुआ चोरी, सबक सिखाएंगे

Uddhav Thackeray Vs Eknath Shinde: उद्धव ठाकरे ने कहा, “रावण ने भी धनुष-बाण उठाया था, क्या हाल हुआ था सब जानते है। महाशिवरात्रि के दिन धनुष-बाण चुराया गया है। हम उन्हें चुनाव में सबक सिखाएंगे।"

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Feb 18, 2023

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उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर साधा निशाना

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट को वास्तविक शिवसेना के रूप में मान्यता दिए जाने के चुनाव आयोग के फैसले पर उद्धव ठाकरे ने कटाक्ष किया है। उन्होंने शिंदे खेमे को चुनाव में सबक सिखाने की चुनौती दी है। साथ ही चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा है। ठाकरे ने आज दोपहर में पार्टी नेताओं के साथ उपनगरीय बांद्रा स्थित अपने आवास ‘मातोश्री’ पर बैठक की। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने मातोश्री के बाहर एक खुली जीप में खड़े होकर अपने समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान मातोश्री के बाहर शिवसैनिकों की भारी भीड़ दिखी। शिवसेना (उद्धव गुट) के तमाम नेता, उपनेता मौजूद रहे।

उद्धव ठाकरे ने कहा, देश में ऐसी कोई पार्टी नहीं है जिस पर इस तरह से आघात किया गया हो। रावण ने भी धनुष-बाण उठाया था, क्या हाल हुआ था सब जानते है। महाशिवरात्रि के दिन धनुष-बाण चुराया गया है। हम उन्हें चुनाव में सबक सिखाएंगे। इससे पहले चुनाव आयोग ने कभी भी जब्त चुनाव चिन्ह किसी को नहीं दिया। चुनाव आयोग प्रधानमंत्री का गुलाम बन गया है। यह भी पढ़े-शिवसेना कार्यालय पर कब्जे के लिए ठाकरे-शिंदे गुट के समर्थकों में झड़प, संजय राउत बोले- शिवसैनिक नहीं हटेंगे

उन्होंने आगे कहा, पीएम मोदी बालासाहेब ठाकरे का मुखौटा लगाकर महाराष्ट्र आ रहे है। प्रदेश की जनता जानती है कि कौन सा चेहरा असली है और कौन सा नहीं। शिवसेना को ख़त्म करना संभव नहीं है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपकी चाहे जितनी भी पीढ़ियां आ जाये, शिवसेना को खत्म नहीं कर पाएंगे। तुम (शिंदे गुट) धनुष-बाण लेकर लड़ो मैं मसाल लेकर लडूंगा। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी में जुटने का आदेश भी दिया।”

कार्यकर्ताओं से घिरी हुई जीप पर से उद्धव ठाकरे ने कहा, "मैं थका नहीं हूँ और न थकूँगा, मैं आपके ताकत के जोर पर खड़ा हूँ। प्रधानमंत्री के गुलाम ने पार्टी का नाम और चिन्ह दिया। वही गुलाम कल राज्यपाल बनेंगे, जैसे एक पूर्व जज को अब राज्यपाल बनाया गया।"

बता दें कि शुक्रवार को उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका देते हुए चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को ‘शिवसेना’ नाम और उसका चुनाव चिन्ह ‘धनुष और बाण’ आवंटित किया। यह पहली बार है जब ठाकरे परिवार ने 1966 में बालासाहेब ठाकरे बनायी गई पार्टी से नियंत्रण खो दिया है। एकनाथ शिंदे ने पिछले साल जून में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार बनाई और खुद मुख्यमंत्री बने।